अप्रैल का महीना शुरू हो चुका है। हर महीने की तरह इस महीने में भी कई महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार दस्तक देने वाले हैं।
हिंदू धर्म के अनुसार नया साल चैत्र नवरात्र से शुरू होता है। चैत्र नवरात्र मां के नौ रूपों की उपासना का पर्व भी है।
जीवन में ग्रहों का प्रभाव बहुत प्रबल माना जाता है और उस पर भी शनि ग्रह अशांत हो जाएं तो जीवन में कष्टों का आगमन शुरू हो जाता है। इसलिए शनि दोष से पीड़ित जातकों को शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए उनका पूजन और व्रत करना चाहिए। जानें, शनिवार व्रत की पूजन विधि, इस तरह पूजन से प्रसन्न होंगे शनिदेव।
आम जीवन में और धार्मिक कार्यों में सिन्दूर का बड़ा महत्व है। सिन्दूर मुख्यतः नारंगी रंग का होता है, महिलाएं इसे सौभाग्य और श्रृंगार के लिए प्रयोग करती हैं। बिना सिन्दूर के विवाह की कल्पना नहीं की जा सकती है। सिंदूर को मंगल ग्रह से भी जोड़कर देखा जाता है, इसीलिए ये मंगलकारी भी होता है।
जीवन को सुखमय बनाने के लिए भगवान को नियमित रूप से याद करना और उनकी पूजा करना बहुत जरूरी होता है।
लखनऊ, 31 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, स्टेशन रोड कैम्पस द्वारा आयोजित पाँच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय फुटबाल टूर्नामेन्ट ‘कॉनकार्ड-2019’ का भव्य उद्घाटन आज सायं सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में धूमधाम से सम्पन्न हुआ।
लखनऊ, 31 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के फिल्म्स डिवीजन के तत्वावधान में विश्व का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2019) 4 से 12 अप्रैल तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है।
लखनऊ, 30 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, स्टेशन रोड कैम्पस द्वारा आयोजित पाँच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय फुटबाल टूर्नामेन्ट ‘कॉनकार्ड-2019’ का भव्य उद्घाटन कल दिनाँक 31 मार्च, रविवार को सायं 5.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में होगा।
लखनऊ, 30 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, आनन्द नगर द्वारा ‘‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’’ का भव्य आयोजन आज विद्यालय प्रांगण में सम्पन्न हुआ।
आम जीवन में और धार्मिक कार्यों में सिन्दूर का बड़ा महत्व है। सिन्दूर मुख्यतः नारंगी रंग का होता है, महिलाएं इसे सौभाग्य और श्रृंगार के लिए प्रयोग करती हैं। बिना सिन्दूर के विवाह की कल्पना नहीं की जा सकती है। सिंदूर को मंगल ग्रह से भी जोड़कर देखा जाता है, इसीलिए ये मंगलकारी भी होता है।
बजरंगबली के 12 नाम का स्मरण करने से ना सिर्फ उम्र में वृद्धि होती है बल्कि समस्त सांसारिक सुखों की प्राप्ति भी होती है। 12 नामों का निरंतर जप करने वाले व्यक्ति की श्री हनुमानजी महाराज दसों दिशाओं एवं आकाश-पाताल से रक्षा करते हैं।
हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ का बहुत महत्व होता है। इसे न केवल धर्म संसार से जोड़ा गया है, बल्कि वनस्पति विज्ञान और आयुर्वेद के अनुसार भी पीपल का पेड़ कई तरह से फायदेमंद माना गया है। हम बता रहे हैं, पीपल के पेड़ से होने वाले ऐसे ही कुछ स्वास्थ्य लाभ। आइए जानते हैं, पीपल के पेड़ के 9 बड़े फायदे –
लखनऊ, 29 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, कानपुर रोड कैम्पस की मेधावी छात्रा मल्लिका सक्सेना को उच्च शिक्षा हेतु अमेरिका के प्रतिष्ठित नॉक्स विश्वविद्यालय द्वारा 1,57,900 अमेरिकी डॉलर की स्कॉलरशिप से नवाजा गया है।
व्रत या उपवास का आध्यात्मिक महत्व के साथ-साथ वैज्ञानिक महत्व भी है। इसका मूल उद्देश्य वैज्ञानिक रूप से शरीर को स्वस्थ्य रखना होता है।
भगवान शिव अपने भक्तों पर जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। जटाधारी शिव शंकर को प्रसन्न करने में किसी भी मनुष्य को कठिनाईयों का सामना नहीं करना पड़ता है। आइए जानते हैं भगवान शिव की पूजा में कौन से पुष्प अर्पित करने से मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।
शनि की ढैय्या तथा साढ़ेसाती से मिलने वाले कष्टों को दूर करने के बहुत से उपाय हैं जिनमें से कुछ उपायों के विषय में पाठकगणों को इस लेख के माध्यम से अवगत कराया जा रहा हैं। इन उपायों में से कोई भी उपाय पूरी श्रद्धा तथा विश्वास से करने पर अवश्य ही लाभ मिलता है।
लखनऊ, 28 मार्च। शिक्षा ही मनुष्य में मानवता का संचार करती है।
लखनऊ, 27 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, आर.डी.एस.ओ. कैम्पस की कक्षा-9 की प्रतिभाशाली छात्रा श्रेया सोलंकी ने हीरो मोटोकार्प प्रा. लि. के तत्वावधान में आयोजित पेंटिंग एवं क्विज प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार अर्जित कर विद्यालय का गौरव बढ़ाया है।
जीवन में धन के बिना कई काधनरुत कई बार साथ नहीं देती है। वास्तु की जानकार श्रुति बता रही हैं कुछ आसान से उपाय जिनसे घर की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होगी।
व्यक्ति के जीवन में एक ही अवलंब होता है और वो है ईश्वर। व्यक्ति ज्ञान, कर्म और भक्ति के कई मार्गों से ईश्वर को पाने का प्रयास करता है। भक्ति सर्वश्रेष्ठ मार्ग है और भक्ति से ईश्वर को पाना सबसे सरल होता है।
चावल यानी अक्षत हमारे ग्रंथों में सबसे पवित्र अनाज माना गया है। अगर पूजा पाठ में किसी सामग्री की कमी रह जाए तो उस सामग्री का स्मरण करते हुए चावल चढ़ाए जा सकते हैं।
स्वस्ति का अर्थ होता है – कल्याण या मंगल। इसी प्रकार स्वस्तिक का अर्थ होता है – कल्याण या मंगल करने वाला।
दीपज्योति: परब्रह्म: दीपज्योति: जनार्दन:. दीपोहरतिमे पापम संध्यादीपम नामोस्तुते॥ ज्योतिषशास्त्र में ऐसी परंपराएं चली आ रही हैं, जिनके पीछे तात्त्विक व वैज्ञानिक रहस्य छिपा है।
रविवार का दिन सूर्य देव की स्तुति को समर्पित है। रविवार का व्रत रखने से भगवान भास्कर शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
शनि को हमारे कर्म का और न्याय का देवता माना जाता है। हमारे अच्छे या बुरे कर्मों के पीछे शनि का हाथ होता है। शनि देव का रंग श्याम वर्ण हैं।
लखनऊ, 25 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अलीगंज (प्रथम कैम्पस) का कक्षा-11 का छात्र विनायक पटेल अमेरिका में आयोजित ग्लोबल यंग लीडर्स कान्फ्रेन्स (जी.वाई.एल.सी.) में ‘ग्लोबल स्काॅलर’ के रूप में अपने विद्यालय एवं देश का प्रतिनिधित्व करेगा।
लखनऊ, 25 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, स्टेशन रोड कैम्पस द्वारा ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ का भव्य आयोजन सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में उल्लासपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ।
लखनऊ, 24 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, स्टेशन रोड कैम्पस द्वारा पाँच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय फुटबाल टूर्नामेन्ट ‘काॅनकार्ड-2019’ का भव्य आयोजन 31 मार्च से 4 अप्रैल तक किया जा रहा है।
– डा. (श्रीमती) भारती गाँधी, प्रख्यात शिक्षाविद् व संस्थापिका-निदेशिका, सी.एम.एस.
शिक्षा व्यक्ति, समाज और राष्ट्र की प्रगति के लिए आवश्यक है। महान दार्शिनिक प्लेटो ने अपनी पुस्तक रिपब्लिक में आदर्श राज्य की परिकल्पना करते हुए कहा है कि ‘‘राज्य सर्वप्रथम एक शिक्षण संस्थान है।’’
लखनऊ, 23 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, कानपुर रोड कैम्पस के मेधावी छात्र श्रेयश शर्मा को उच्च शिक्षा हेतु अमेरिका एवं हाँगकाँग के छः विश्वविद्यालयों द्वारा स्काॅलरशिप के साथ चयनित किया गया है।
लखनऊ, 22 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) के कक्षा-8 के छात्र आयुष राघवेन्द्रन ने इण्टरनेशनल बेन्चमार्क टेस्ट (आई.बी.टी.) में गणित विषय में 100 परसेन्टाइल के साथ विश्व में प्रथम रैंक अर्जित कर देश का मान बढ़ाया है।
लखनऊ, 22 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के कम्युनिटी रेडियो एवं मदर सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में रेडियो कार्यक्रम ‘बचपन एक्सप्रेस’ का प्रसारण किया जा रहा है।
भारत में गंगा को पवित्र नदी का नाम दिया गया है। उसके जल को लोग अमृत तुल्य मानते हैं और इसकी पूजा करते हैं। एक अध्ययन में ठप बात साबित भी हो गई है।
अगर आपके घर की तुलसी की तुलसी सूखने लगे तो समझ जाइए कि आपके घर कोई मुसीबत आने वाली है। आप तुलसी के पौधे का कितना भी ध्यान रख लें लेकिन मुसीबत आने की घड़ी में वो सूखने लगती है।
ज्योतिष शास्त्र में गरीबी दूर करने के लिए कई कारगर उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को अपनाने से सभी प्रकार की ग्रह बाधाएं दूर हो जाती हैं।
अक्सर आपने साधु-संतो या तपस्वियों, पंडितों के माथे पर चन्दन या भस्म से बनी तीन रेखाएं देखी होंगी। ये कोई साधारण रेखाएं नहीं हैं बल्कि इन्हें त्रिपुण्ड कहा जाता है।
पूजा के समय ‘दीपक’ जलाना आवश्यक बताया गया है। पंडित कहते हैं कि अगर सही तरीके से दीपक जलाए जाएं तो देव प्रसन्न होते हैं। शास्त्रों में भी दीपक जलाने के महत्व को बताया गया है। आप भी जानिए वो बातें, जिन्हें आपको दीपक जलाते हुए ध्यान रखना होगा।
महाशिवरात्रि के दिन हम भगवान भोले की तो पूजा करते ही हैं, लेकिन आपने कभी सोचा है कि भगवान शिव के साथ हमेशा गण भी रहते हैं। आखिर कौन है ये गण? क्या है इनका महत्व? चलिए आज देते है आपके इन प्रश्नों का जवाब और समझते हैं गणों की माया-
कहते हैं जीवन में किसी भी प्रकार की बाधा हो, महादेव के दर्शन मात्र से वो सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं। देवों के देव- महादेव भक्तों के दुखों के साथ काल को भी हर लेते हैं और देते हैं मोक्ष का वरदान।
सोमवार का दिन भगवान शंकर का होता है। इस दिन भोलेनाथ की पूजा करने वाले जातकों के मन की मुराद पूरी होती है। भगवान शिव को उनके भक्त कई नामों से बुलाते हैं।
एक ही परमशक्ति पूरे ब्रह्मांड को चलाती है। फिर वो इंसान हो या कुदरत। लेकिन फिर भी कुछ लोग अपनी शक्ति और सामर्थ्य के गुमान में अहंकारी हो जाते हैं और अपने ही हाथों अपना भाग्य बिगाड़ लेते हैं।
घर में तीन चीज़ें सुख पैदा करती हैं। घर का रंग, घर की तरंग और घर में रहने वाले लोग।
भगवान शिव को हमने हमेशा त्रिशूल धारण करते हुए देखा है। लेकिन क्या आप जानते हैं, इस त्रिशूल का अपना ही महत्व है।
होली हिन्दुओं का बेहद प्यारा त्योहार है। मुख्य तौर पर होली का उत्सव 2 दिन मनाया जाता है। पहले दिन होलिका दहन किया जाता है।
हमारी परम्पराएं सदियों पुरानी हैं और आस्था से जुड़ी हैं। कुछ लोग इन्हें अन्धविश्वास मानते हैं, जबकि आज भी बहुत से लोग इन परम्पराओं को निभा रहें हैं।
लखनऊ, 17 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर ऑडिटोरियम में आयोजित विश्व एकता सत्संग में बोलते हुए बहाई धर्मानुयायी, प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापिका–निदेशिका डा. (श्रीमती) भारती गाँधी ने कहा कि विश्व सरकार के गठन से ही विश्व मानवता का कल्याण सुनिश्चित किया जा सकता है।
मंगलवार को भगवान हुनुमान जी का दिन माना जाता है। हम आपको बताने जा रहे हैं कि मंगलवार को ही बजरंगबली हनुमान जी की पूजा क्यों की जाती है और कैसे इसका लाभ उठाया जा सकता है।
शहद सेहत के लिए लाभकारी है यह तो आप जानते हैं। पर क्या आप ये जानते हैं कि वास्तु के लिहाज से भी शहद बेहद उपयोगी है। घर में अगर शहद रखते हैं तो उसके कई लाभ होते हैं। जानिये
हनुमान जी की पूजा करने से सभी प्रकार के संकट दूर हो जाते हैं। उनके भक्त निर्भय हो जाते हैं। उन्हें किसी प्रकार का भय नहीं होता।
सावन का महीना आते ही श्रद्धालु महादेव शंकर को प्रसन्न करने की कोशिश में जुट जाते हैं। शिवलिंग पर गंगाजल के साथ-साथ बेलपत्र भी चढ़ाने का विधान है। शिव को बेलपत्र अर्पित करते वक्त और इसे तोड़ते समय कुछ खास नियमों का पालन करना जरूरी होता है।
शिव शंभु आदि और अंत के देवता है और इनका न कोई स्वरूप है और न ही आकार वे निराकार हैं।
लखनऊ, 16 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) द्वारा ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ का भव्य आयोजन आज सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) ऑडिटोरियम में उल्लासपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ।
सभी देवी –देवताओं की पूजा –उपासना करने के बाद भी अक्सर इंसान का मन भटकता ही रहता है।
भारतीय सभ्यता में हर दिन का अलग महत्व है। खासतौर से गुरुवार को तो धर्म का दिन मानते हैं।
वास्तु के अनुसार घर में पूजा स्थान हमेशा ईशान कोण यानी कि उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। इस दिशा में पूजा घर होने से घर में तथा उसमें रहने वाले लोगों पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार हमेशा बना रहता है।
सभी हनुमान भक्त मंगलवार और शनिवार का व्रत बजरंगबली के लिए कर सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगलवार का व्रत उन्हें करना चाहिए जिनकी कुंडली में मंगल ग्रह निर्बल हो और जिसके चलते वह शुभ फल नहीं दे रहा हो।
जीवन में ग्रहों का प्रभाव बहुत प्रबल माना जाता है और उस पर भी शनि ग्रह अशांत हो जाएं तो जीवन में कष्टों का आगमन शुरू हो जाता है। इसलिए शनि दोष से पीड़ित जातकों को शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए उनका पूजन और व्रत रखे।
अगर आपकी कुंडली में किसी प्रकार का दोष है तो शुक्रवार को किए गए कुछ उपाय दोष से छुटकारा दिला सकते हैं।
सूर्य का रत्न माणिक्य बेहद ताकतवर रत्न है और नीलम के समान ही इसका भी बहुत जल्दी प्रभाव दिखता है।
हथेलियों से और उसके रंग से भाग्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिल सकती हैं।
शॉपिंग करना और नए कपड़े पहनना हम सब को बहुत पसंद होता है लेकिन अगर सही चुनाव ना करें तो मुश्किल हो जाती है।
दुनिया में तीन तरह की ऊर्जा काम करती है- सकारात्मक, नकारात्मक और उदासीन। यह ऊर्जा हमारी सोच, व्यवहार, आदत और शब्दों से बनती है।
लखनऊ, 15 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अलीगंज (प्रथम कैम्पस) द्वारा ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ का भव्य आयोजन आज सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) ऑडिटोरियम में किया गया।
मानव के जीवन में मित्र भी होते हैं और शत्रु भी। कई बार हम ऐसी गलतियां कर जाते हैं जिससे हमारे दुश्मन बन जाते हैं। हम आपको कई ऐसे उपाय बताएंगे जिससे आपके दुश्मन पैदा ही ना हों या फिर अगर पैदा हो गए हैं तो उनसे कैसे बचा जाए।
ग्रहण की व्याख्या वैज्ञानिक तौर पर संसार में सबसे पहले एक भारतीय ने की था।
मोती मुख्यतः रत्न नहीं बल्कि एक जैविक संरचना है। बावजूद इसके, इसको नवरत्नों की श्रेणी में रखा जाता है। यह मुख्य रूप से चन्द्रमा का रत्न है।
फूल हमारी श्रद्धा और भावना का प्रतीक हैं। इसके साथ ही ये हमारी मानसिक स्थितियों को भी बताते हैं। फूलों के अलग-अलग रंग और सुगंध अलग तरह के प्रभाव पैदा करते हैं। पूजा में सही रंग के फूल ही तरीके से अर्पित किए जाएं तो समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
– ॐ शब्द का उच्चारण करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त या साध्य काल का चुनाव करें।
2019 में आप बहुत से कार्यों की शुरुआत करने जा रहे होंगे। नया कार्य कब और कैसे शुरू होना चाहिए, इसके लिए कुछ बातों को ध्यान में रखेंगे तो आपके कार्य में किसी तरह की अड़चन नहीं आएगी। चलिए जानते हैं नए कार्य से जुड़ीं महत्वपूर्ण बातें।
हम सभी के पास थोड़ा बहुत धन तो होता ही है। सभी लोग अपने धन को संभाल कर रखते हैं और साथ ही ये भी कामना करते हैं कि उनका धन दिनों दिन बढ़ता रहे।
अक्सर लोग शुभ कार्यों में पीले रंग के वस्त्र धारण करते हैं। ज्योतिष में भी पीले रंग को खास महत्व दिया गया है। पीले रंग का संबंध गुरु बृहस्पति से भी माना गया है।
जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह और चंद्रमा को स्त्री कारक ग्रह माना जाता है। शुक्र ग्रह और चंद्रमा की पूजा करने से महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
लखनऊ, 13 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) के मेधावी छात्र मनीष राजानी को अमेरिका के पाँच प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों द्वारा उच्चशिक्षा हेतु चयनित किया गया है।
हिंदू धर्म में कुछ भी शुभ काम करने से पहले मुहूर्त जरूर देखा जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि महादेव जब क्रोध में होते हैं वे तांडव करना शुरू कर देते हैं।
श्रीहरी विष्णु की पत्नी देवी महालक्ष्मी धन, संपत्ति, वैभव तथा सुख की अधिष्ठात्री देवी हैं।
“शान्ताकारं भुजगशयनं”। पद्मनाभं सुरेशं ।
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम् ।
हिंदू मान्यता के अनुसार किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
घर को सजाना कौन नहीं चाहता, मगर ध्यान दें सजावट का सामान कहीं अपने साथ साथ नेगेटिव एनर्जी तो नहीं ला रहा है। घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह कैसे बना रहे और नकारात्मक ऊर्जा दूर कैसे रखें, बता रही हैं पंडिताइन छवि शर्मा।
पूजा पाठ में शिव चालीसा का बहुत महत्व है। शिव चालीसा के सरल शब्दों से भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है।
रोटी, कपड़ा और मकान यह इंसान की 3 सबसे पहली जरुरत है।
शिव, जो देवों के देव महादेव इस सृष्टि पर सबसे शक्तिशाली और बलशाली माने जाते हैं।
पुराणों के मुताबिक, काफी वर्षों पूर्व उज्जैन में महाराज चंद्रसेन का शासन था। वो भगवान शिव के परमभक्त थे और वहां की प्रजा भी उन्हें बहुत पूजती थी।
प्राचीन भारतीय सनातन परम्परा के विकास और हिंदू धर्म के प्रचार-प्रसार में आदि शंकराचार्य का महान योगदान है।
सुगंध घर की नकारात्मकता को खत्म करती है। सुगंध का प्रभाव हमारी ऊर्जा पर भी पड़ता है। घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे, इसके लिए सुगंध का इस्तेमाल किया जाता है।
पूजा पाठ में हनुमान चालीसा का बहुत ही महत्व है।
सभी ग्रहों के पास अपनी एक ही दृष्टि होती है और उसे सातवीं दृष्टि कहा जाता है। लेकिन बृहस्पति, मंगल और शनि के पास अन्य दृष्टियां भी होती हैं।
लखनऊ, 11 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में विश्व का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2019) आगामी 4 से 9 अप्रैल तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है।
आयुर्वेद में गाजर को कई मार्जो की दवा कहा गया है। गाजर में भरपूर मात्रा में केरिटोनाइड, पोटैशियम, विटामिन A, E जैसे ढेरो पोषक तत्व पाए जाते है।
ऋतु शरीर में कुछ दोषों को दूर करने और जीवन में कुछ नवीनता लाने के लिए आती है।