Chapter 32
1 Give ear, ye heavens, and I will speak; And let the earth hear the words of my mouth.
“The host replied, ‘I have heard these words of thine, that are soconsoling, with as much gratification as is felt by a person heavilyloaded when that load is taken off his head or shoulders.
1 वैशंपायन उवाच
ततः परभाते विमले धार्तराष्ट्रेण चॊदिताः
दुर्यॊधनेन राजानः परययुः पाण्डवान परति
सड़क पर एक रोटी पड़ी हुई थी| तभी एक बिल्ली की नज़र उस रोटी पर पड़ी| लेकिन जब तक वह उस रोटी तक पहुँचती कि एक दूसरी बिल्ली ने उस पर झपट्टा मारा|
“The Gandharva continued, ‘Saying this, Tapati of faultless features,ascended the skies. The monarch thereupon again fell down on the earth.
गरदन का दर्द लोगों को प्राय: हो जाता है| ऐसे में गरदन को इधर-उधर घुमाने में काफी दर्द होता है| कभी-कभी लापरवाही के कारण गरदन में सूजन भी आ जाती है| गरदन में दर्द और सूजन होने पर तुरंत उपचार करना चाहिए तथा किसी योग्य वैद्य या चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए|