Home2011March (Page 49)

“Dhritarashtra said, ‘While the youthful and invincible son of Subhadra,never retreating from battle, was, after penetrating into our array,engaged in achieving feats worthy of his lineage, borne by his three-yearold steeds of great might and of the best breed, and apparently trottingin the welkin, what heroes of my army encompassed him?’

नाक से अचानक खून की धार फूटने की नकसीर कहते हैं| यह बच्चों तथा युवकों को अधिक होती है| कभी-कभी वृद्धों को भी इससे पीड़ित होते देखा गया है| नकसीर गरमी के वातावरण में शारीरिक गरमी बढ़ जाने के कारण फूटती है|

बादशाह अकबर और बीरबल शिकार पर गए हुए थे| उनके साथ कुछ सैनिक तथा सेवक भी थे| शिकार से लौटते समय एक गांव से गुजरते हुए बादशाह अकबर को उस गांव के बारे में जानने की जिज्ञासा हुई| उन्होंने इस बारे में बीरबल से कहा तो उसने जवाब दिया – “हुजूर, मैं तो इस गांव के बारे में कुछ नहीं जानता, किंतु इसी गांव के किसी बाशिन्दे से पूछकर बताता हूं|”