शूरता और कायरता (बादशाह अकबर और बीरबल)
बादशाह अकबर ने बीरबल को हुक्म दिया – “नगर के सबसे शूरवीर और सबसे कायर को दरबार में पेश करो?”
बादशाह अकबर ने बीरबल को हुक्म दिया – “नगर के सबसे शूरवीर और सबसे कायर को दरबार में पेश करो?”
एक किसान के पास एक बकरी, एक घास का गट्ठर और एक शेर था| मार्ग में एक नदी पड़ती थी, जिसे पार करने के लिए नदी तट पर एक छोटी नौका थी| लेकिन उस नौका से एक बार में दो ही चीजें नदी पार कर जा सकती थी|
1 Then we turned, and took our journey into the wilderness by the way to the Red Sea, as Jehovah spake unto me; and we compassed mount Seir many days.
“Dhritarashtra said, Tell me in detail everything about the ways of thatintelligence by which this wilderness of duties may be safely covered.
होंठ प्राय: पेट की गरमी से जाड़े की ऋतु में फटते हैं| लेकिन कभी-कभी अत्यधिक गरमी में लू के कारण होंठ शुष्क होने पर भी फट जाते हैं| होंठ फटने पर उन्हें नाखून से नहीं नोचना चाहिए| इससे विषक्रमण होने का भय रहता है|
1 [नरनारायणौ]
धन्यॊ ऽसय अनुगृहीतॊ ऽसि यत ते दृष्टः सवयंप्रभुः
न हि तं दृष्टवान कश चित पद्मयॊनिर अपि सवयम