तुम्हारी देखभाल करनी पड़ेगी (बादशाह अकबर और बीरबल)
अकबर के वजीर अबुल फजल ने एक बार बीरबल को नीचा दिखाने के उद्देश्य से बादशाह अकबर के सामने ही बीरबल से कहा – “बीरबल! बादशाह सलामत ने तुम्हें अब कुत्तों और सूअरों का वजीर नियुक्त किया है|”
अकबर के वजीर अबुल फजल ने एक बार बीरबल को नीचा दिखाने के उद्देश्य से बादशाह अकबर के सामने ही बीरबल से कहा – “बीरबल! बादशाह सलामत ने तुम्हें अब कुत्तों और सूअरों का वजीर नियुक्त किया है|”
उम्र के एक पड़ाव पर पहुंचकर अकबर के बाल भी सफेद हो गए थे| वह बालों को काला करने के लिए खिजाब लगाने लगे थे| एक दिन खिजाब लगाते हुए उन्होंने बीरबल से यूं ही पूछ लिया – “बीरबल, खिजाब लगाने से दिमाग पर कोई असर तो नहीं होता है न?”
बादशाह अकबर अपने दरबारियों और कुछ अंगरक्षकों के साथ नौका-विहार कर रहे थे| बीरबल भी उनके साथ था| नाव जब बीच नदी में पहुंची तो अकबर ने एक तिनका दिखाकर कहा – “कहते हैं डूबते को तिनके का सहारा, आज देखते हैं यह तिनका किसका सहारा बनता है| जो भी इस नदी को तिनके के सहारे पार कर लेगा मैं उसे दिल्ली का बादशाह बना दूंगा|”
बादशाह अकबर ने बीरबल से पूछा – “बीरबल! क्या हमारी सारी प्रजा ईमानदार है?”
बीरबल के साथ सैर कर रहे बादशाह अकबर की नजर एक कुत्ते पर पड़ी जो सूखी और जली हुई रोटी चबा रहा था| जलने के कारण वह रोटी काली पड़ गई थी| यह देखकर अकबर ने बीरबल से कहा – “देखो बीरबल, बेचारा कुत्ता ‘काली’ को खा रहा है|”
लापरवाही से तलवार पकड़ने के कारण एक बार अकबर के अंगूठे का ऊपरी हिस्सा थोड़ा-सा कट गया, जिसके कारण वे दर्द से कहरा उठे| यह देखकर बीरबल ने कहा – “भगवान जो करता है, अच्छा ही करता है|”
बादशाह अकबर अपने पुत्र सलीम तथा बीरबल के साथ नगर भ्रमण कर रहे थे| चलते-चलते अकबर ने अपनी भारी अचकन उतार कर बीरबल को पकड़ा दी| थोड़ी देर बाद सलीम ने भी वैसा ही किया|
बादशाह अकबर को यह मालूम था कि आम बीरबल का प्रिय फल है| एक दिन जब वह सरोवर में नहा रहे थे तो उन्होंने बीरबल पर व्यंग्य करते हुए कहा – “बीरबल, तुम्हें मालूम है कि गधे आम नहीं खाते और ऐसे फल को तुम पसंद करते हो|”
बादशाह अकबर को ठिठोली सूझी, बोले – “बीरबल मेरी हथेली पर बाल क्यों नहीं हैं?”
बादशाह अकबर एक बार खाना खाते समय बैंगन की सब्जी की बहुत तारीफ करने लगे| बीरबल ने भी बादशाह अकबर के सुर में सुर मिलाकर बैंगन की सब्जी को अच्छा बता दिया|