पानी से दीप जले – श्री साईं कथा व लीला
साईं बाबा जब से शिरडी में आये थे| वे रोजाना शाम होते ही एक छोटा-सा बर्तन लेकर किसी भी तेल बेचने वाले दुकानदार की दुकान पर चले जाते और रात को मस्जिद में चिराग जलाने के लिए थोडा-सा तेल मांग लाया करते थे|
साईं बाबा जब से शिरडी में आये थे| वे रोजाना शाम होते ही एक छोटा-सा बर्तन लेकर किसी भी तेल बेचने वाले दुकानदार की दुकान पर चले जाते और रात को मस्जिद में चिराग जलाने के लिए थोडा-सा तेल मांग लाया करते थे|
Praise be to Allah , Who hath created the heavens and the
earth , and hath appointed darkness and light . Yet those …
O ye who believe! Ask not of things which , if they were
made known unto you , would trouble you ; but if ye ask …
O ye who believe! Take not the Jews and Christians for
friends . They are friends one to another . He among you …
शिरडी आने वाले लोगों में कई लोग किसी धार्मिक ग्रंथ का पाठ करते थे| या तो मस्जिद में बैठकर बाबा के सामने पढ़ते या अपने ठहरने की जगह पर बैठकर| कई लोगों का ऐसा रिवाज भी था कि वह अपनी पसंद का ग्रंथ खरीदकर शामा के द्वारा साईं बाबा के कर-कमलों में दे देते| बाबा उस ग्रंथ को उल्टा-पुल्टाकर फिर उसे वापस कर देते थे| भक्तों की ऐसी आस्था थी कि ऐसा प्रसाद ग्रंथ पढ़ने से उनका कल्याण हो जायेगा|
O ye who believe! Fulfil your undertakings . The beast of
cattle is made lawful unto you ( for food ) except that which …
Such are disbelievers in truth ; and for disbelievers We
prepare a shameful doom …
And when ye go forth in the land , it is no sin for you to curtail
( your ) worship if ye fear that those who disbelieve may …
Hast thou not seen those unto whom a portion of the Scripture
hath been given , how they believe in idols and false deities…
O mankind! Be careful of your duty to your Lord Who created
you from a single soul and from it created its mate and from…