Home2010June (Page 3)

हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, गंगा सबसे पवित्रतम नदी है। शास्त्रों में इसे पतितपावनी अर्थात लोगों के पाप को धोने वाली नदी कहकर प्रशंसा की गई है| कहीं-कहीं पर इस तिथि को ‘गंगा जन्मोत्सव’ के नाम से भी पुकारा जाता है।

साईं बाबा की अद्भुत चिकित्सा की चारों ओर प्रसिद्धि फैल चुकी थी| लोग बहुत दूर-दूर से उनसे अपना इलाज कराने के लिए आया करते थे| बाबा स्वयं कष्ट उठाकर दूसरों का कल्याण किया करते थे| बाबा की दयालुता और सर्वव्यापकता की चारों ओर चर्चा थी|

शिरडी से कुछ दूरी पर रहाता गांव था| वहां खुशालचंद नाम का एक साहूकार रहता था| बाबा इससे भी तात्या जितना प्रेम किया करते थे| वह जाति से मारवाड़ी था| उसके चाचा चंद्रभान पर भी बाबा का बड़ा प्रेम था| उनसे मिलने के लिए बाबा कई बार उनके गांव खुद चले जाते थे|