मैंनूं की होइया – काफी भक्त बुल्ले शाह जी
मैंनूं की होइया मैथों गई गवाती मैं| टेक|
क्यों कमली आखे लोका मैंनूं की होया है|
मैंनूं की होइया मैथों गई गवाती मैं| टेक|
क्यों कमली आखे लोका मैंनूं की होया है|
भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रात के बारह बजे मथुरा के राजा कंस की जेल मे वासुदेव जी की पत्नि देवी देवकी के गर्भ से सोलह कलाओ से युक्त भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था ।
Janamejaya said, “Why, O regenerate one, did that maiden betake herselfto ascetic penances, in days of old? For what reason did she practisepenances, and what was her vow?
“Yudhishthira said, ‘Thou hast spoken to me about the four modes of humanlife. I desire to know more of-them. Do thou discourse on them in detail.’
“Yudhishthira said, ‘It behoveth thee, O grandsire, to tell me what arethe highest, the most beneficial, and the most certain fruit of all hindsof fasts k this world.’
1 [स]
समुदीर्णं ततॊ दृष्ट्वा सांग्रामं कुरुमुख्ययॊः
अथाब्रवीद अर्जुनस तु वासुदेवं यशस्विनम
एक जंगल था, जिसमे सभी जानवर भाईचारे तथा प्रेम से रहते थे| जंगलराज जैसी वहाँ कोई बात नही थी| शेर और बकरी एक ही घाट पर पानी पीते थे|