पूरा शरीर आदी है – शिक्षाप्रद कथा
एक बार कड़ाके की ठंड से एक निर्धन व्यक्ति नंगे पैर शरीर पर कपड़े लगभग न के बराबर पहने हुए, किसी राजमार्ग पर खुशी से गाता हुआ चला जा रहा था| रास्ते में उसकी भेंट एक अन्य धनी व्यक्ति से हुई| वह घोड़े पर बैठा हुआ था| उसके शरीर पर कोट, लबादा और टोपी थी| पैरों में उसने मजबूत चमड़े के जूते पहन रखे थे|