सत्यपालन
कुरुवंश के देवापि बड़े और शांतनु छोटे थे| पिता के स्वर्गवास के बाद राज्याभिषेक का प्रश्न उठने पर देवापि चिंतित हो उठे| वे चर्मरोगी थे इसलिए वे शांतनु को राजा बनाना चाहते थे|
कुरुवंश के देवापि बड़े और शांतनु छोटे थे| पिता के स्वर्गवास के बाद राज्याभिषेक का प्रश्न उठने पर देवापि चिंतित हो उठे| वे चर्मरोगी थे इसलिए वे शांतनु को राजा बनाना चाहते थे|
बादशाह अकबर दरबार में बैठे थे| तभी दरबान ने सूचना दी कि पक्षियों का एक सौदागर बादशाह से मिलना चाहता है| बादशाह ने आज्ञा दे दी|
जंगल में शिकारी के बड़े पिंजड़े में संयोग से एक शेर फँस गया| शेर ने वहाँ से गुजरने वाले कई जानवरों से विनती की लेकिन किसी ने भी उस पिंजरे को नही खोला|
“मुझे छोड़कर मत जाइए प्राणेश्वर – मत जाइए – मैं आपके बिना जीवित नहीं रह सकती – मत जाइए – प्राणनाथ – मत जाइए,” राजकुमारी उषा के कांपते हुए होठों से निकला और फिर वह एक झटके के साथ उठकर बिस्तर पर बैठ गई|
रोशन एक वृद्ध व्यक्ति था| जीवन के अन्तिम पड़ाव पर उसकी इच्छा हुई कि वह तीर्थयात्रा पर जाए|
एक बार की बात है| भिक्षुक उपगुप्त पीला वस्त्र धारण किये, भिक्षापात्र लिए मौन शांत भाव से नगर के राजपथ से गुजर रहे थे|
एक कुत्ते को घुमते-फिरते अचानक हड्डी का एक टुकड़ा मिला| उसने वह हड्डी मुहँ में दबा ली, इधर-उधर देखा, उसे कोई दूसरा कुता नज़र नही आया| इससे पहले कि कोई दूसरा कुता आकर उस हड्डी पर अपना हक जताता वह हड्डी लेकर वहाँ से दौड़ पड़ा|
“बेटा देवव्रत, तुमने तो मेरे विवाह के समय ही जीवन भर अविवाहित रहने की प्रतिज्ञा कर ली थी| इसलिए तुम्हारे विवाह करने का तो प्रश्न ही नहीं उठता जबकि बड़ा भाई होने के नाते पहले तुम्हारा विवाह होना चाहिए था|” राजमाता सत्यवती ने अपने ज्येष्ठ पुत्र देवव्रत से कहा जिन्हें संसार उनकी आजीवन अविवाहित तथा अखंड ब्रह्मचारी रहने की भीष्म प्रतिज्ञा के कारण ‘भीष्म’ कह कर पुकारने लगा था|
बादशाह अकबर का मुंहलगा हिजड़ा था खोजा| हालाकि खोजा काफी बुद्धिमान था किंतु वह स्वयं को बीरबल से भी ऊंचा समझने लगा था| एक दिन उसने दरबार में घोषणा कर दी कि यदि बीरबल उसके तीन सवालों का जवाब दे देगा तो वह जिंदगी भर बीरबल की गुलामी करेगा अन्यथा बीरबल को उसकी गुलामी करनी पड़ेगी|
एक गाँव में एक बुढ़िया अपनी पुत्री के साथ रहती थी| उनके पास एक बैल भी था| जहाँ बुढ़िया मेहनती और कर्तव्यनिष्ठ थी, वहीं उसकी पुत्री बेहद आलसी और कामचोर प्रवृति की थी|