दस्त के 9 घरेलु उपचार – 9 Homemade Remedies for Dysentery
दस्त आंतों का रोग है| जब शरीर का सम्पूर्ण जल दूषित हो जाता है तो दस्त आने लगता है| इसमें बच्चे को पतला-पतला मल उतरता है| पेट में मरोड़, ऐंठन तथा भारीपन हो जाता है|
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दस्त के 9 घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं:
1. जायफल और गाय का घी
यदि बच्चे को जुकाम तथा खांसी के कारण दस्त हों तो थोड़े- से जायफल को गाय के घी में मिलाकर चटाएं|
2. जामुन और मट्ठा
जामुन की गुठली की मींग मट्ठे में पीसकर बच्चे को सुबह-शाम दें|
3. जायफल और पानी
जायफल को पानी में घिसकर बच्चे के पेट पर लगाएं| इसके अलावा दिन में दो बार जायफल चटाएं भी|
4. तुलसी, अदरक, जामुन और शहद
तुलसी, अदरक तथा जामुन का रस एक चम्मच की मात्रा में शहद में मिलाकर बच्चे को दिन में दो बार चटाएं|
5. आम और पानी
आम की गुठली पानी में घिसकर नाभि पर लगाएं|
6. जीरा और पानी
जीरा कच्चा-पक्का भूनकर चौथाई चम्मच की मात्रा में गरम पानी से दें|
7. पानी और सौंफ
पानी में 50 ग्राम सौंफ उबाल लें| फिर इस पानी को छानकर बार-बार बच्चे को पिलाएं|
8. हींग, पानी और कपूर
एक रत्ती हींग में दो माशे कपूर मिलाकर बच्चे को पानी के साथ दें|
9. छाछ
एक रत्ती जावित्री को छाछ के साथ देने से पतले दस्त रुक जाते हैं|
दस्त का कारण
बच्चों को दस्त लगने के कुछ विशेष कारण होते हैं, जैसे – सर्दी लग जाना, आंतों में खराबी, अपच, संक्रमण, अजीर्ण, कब्ज, पेट साफ न होना, बासी तथा ठंडे दूध का प्रयोग करना आदि|
दस्त की पहचान
दस्तों के कारण बच्चे के पेट में दर्द होता है| वह बार-बार मल त्याग करने के लिए विवश होता है| पेट में गुड़गुड़ाहट, डकारें आना तथा वायु बनना, इस रोग के मुख्य लक्षण हैं|
NOTE: इलाज के किसी भी तरीके से पहले, पाठक को अपने चिकित्सक या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सलाह लेनी चाहिए।
Consult Dr. Veerendra Aryavrat +91-9254092245
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