मुंहासे के 13 घरेलु उपचार – 13 Homemade Remedies for Acne
युवावस्था में जब शरीर में खून की गरमी पैदा हो जाती है तो वायु और कफ उस गरमी को शरीर से बाहर नहीं निकलने देते| उस दशा में त्वचा में गांठें या फुंसियां निकल आती हैं जो मुंहासे कहलाते हैं| ये उन लोगो को ज्यादा निकलते हैं जो गरम मसाले, मिर्च, तेल, खटाई एवं अम्लीय पदार्थ अधिक खाते हैं|
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मुंहासे के 13 घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं:
1. मुलतानी और हल्दी
मुलतानी मिटटी को भिगोकर उसमें थोड़ी-सी पिसी हुई हल्दी और जौ का आता मिला लें| अब इस फेक पैक को स्नान से पहले मुंह पर लगाएं|
2. तुलसी और शहद
तुलसी के पत्तों का रस शहद में मिलाकर मुंह तथा हाथ-पैरों पर लगाएं|
3. अजवायन, दही, पानी और मट्ठे
थोड़ी-सी अजवायन को दही या मट्ठे में मिलाकर चेहरे पर लेप करें| थोड़ी देर बाद उसे गुनगुने पानी से धो डालें|
4. आम, जामुन और बेर
आम, जामुन और बेर की गुठलियों को मींगियां पीसकर बेसन में मिलाकर चेहरे और शरीर पर मलें|
5. बरगद, नीम और दही
बड़ या बरगद के पत्तों को पानी में पीसकर दही में मिला लें| फिर इस पेस्ट को चेहरे तथा हाथ-पैरों पर लगाएं| नीम की निबौलियों को गूदा मुंह पर लगाएं|
6. दही
दही में चोकर मिलाकर चेहरे पर लगाएं|
7. पान और पानी
पान की जड़ को पानी में पीसकर लगाने से मुंहासे दोबारा नहीं निकलते|
8. दही और मूली
दही में मूली का रस मिलाकर मुंहासों पर लगाने से वे सुख जाते हैं|
9. खीरा
खीरे का रस चेहरे पर मलें| इससे मुंहासे और झाइयां दूर होती हैं|
10. प्याज और शहद
प्याज का रस शहद में मिलाकर मुंहासों पर लगाएं|
11. नीबू, मलाई और मक्खन
नीबू के रस में मलाई या मक्खन मिलाकर मुंहासों पर लगाना चाहिए|
12. बेसन, गाजर, हल्दी और टमाटर
बेसन में पिसी हुई हल्दी, गाजर और टमाटर का रस मिलाकर चेहरे पर लगाना चाहिए|
13. नीम और पानी
नीम के पेड़ छाल को पानी में घिस लें| फिर मुंहासों पर लगाएं|
मुहांसों से बचने के उपाय
मुंहासों से बचने के कुछ प्रमुख उपाय निम्नवत् हैं – तेल, खटाई, इमली, अधिक मात्रा में घी, चाय, बर्फ, कॉफी, गरम मसाले, शराब, बीड़ी-सिगरेट आदि का सेवन बन्द कर देना चाहिए|
प्रतिदिन शरीर में तिली या सरसों के तेल की मालिश करके ही स्नान करना चाहिए|
अश्लील साहित्य न पढ़ें| क्रोध, ईर्ष्या, जलन, द्वेष, मोह, लोभ आदि विकारों से अपने को बचाना चाहिए|
नियमित रूप से पौष्टिक, रुचिकर, सात्विक तथा पाचन भोजन ग्रहण करना चाहिए|
रात को सोने से पहले अधिक दूध का सेवन न करें| उसकी जगह मौसमी फलों का प्रयोग करें|
मुंहासे का कारण
मुंहासे युवावस्था में युवक और युवतियों दोनों को समान रूप से निकलते हैं| ये वसा ग्रंथियों में विकार के फलस्वरूप उत्पन्न होते हैं| युवतियों में डिम्ब के अन्त:स्त्राव के विकार, भोजन की खराबी, अधिक व्यायाम, वसा वाले पदार्थों का अधिक सेवन, युवकों द्वारा हस्तमैथुन करना आदि कारणों से चेहरे पर छोटी-छोटी फुंसियां अर्थात् मुंहासे निकल आते हैं|
मुंहासे की पहचान
युवक-युवतियों के चेहरे पर फुंसियां निकलने के कुछ दिनों बाद वे कठोर पड़ जाती हैं तथा उनमें कील और पीव पड़ जाती है| छोटे-छोटे मुंहासे कुछ दिनों के बाद अपने आप सुख जाते हैं| लेकिन बड़े मुंहासों में कील बन जाती है जो पक जाने पर दबाकर निकाली जा सकती है| मुंहासों के कारण चेहरा भद्दा -सा दिखाई देता है| वैसे मुंहासों से कोई शारीरिक हानि नहीं होती, लेकिन ये चेहरे के सौन्दर्य को फीका कर देते हैं| इसी कारण युवक/ युवतियां इनका शान्त करने का इलाज करते हैं|
NOTE: इलाज के किसी भी तरीके से पहले, पाठक को अपने चिकित्सक या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सलाह लेनी चाहिए।
Consult Dr. Veerendra Aryavrat +91-9254092245
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