10 – राक्षस और खज़ाना | Rakshas aur Khazana | Tilismi Kahaniya
तो सभी मित्र थोड़ी देर वही पर रुककर उस बूढ़ी औरत के होश में आने का इंतजार करते हैं। थोड़ी देर बाद उस को होश भी आ जाता है और करण उन्हें सारी बात बता देता हैं कि उनके साथ क्या हुआ था। करण: “तो चलिए।