मुझे सिर्फ़ तू चाहिए
भाई मंझ बड़ा अमीर आदमी था, बल्कि अपने गाँव का सबसे बड़ा ज़मींदार था| वह सुलतान सखी सरवर का उपासक था|
भाई मंझ बड़ा अमीर आदमी था, बल्कि अपने गाँव का सबसे बड़ा ज़मींदार था| वह सुलतान सखी सरवर का उपासक था|
ज़िक्र है कि बुल्लेशाह बड़ा आलिम-फ़ाज़िल था| चालीस साल खोज की, बहुत-से शास्त्र और धार्मिक किताबें पढ़ीं, अनेक महात्माओं और नेक लोगों से वार्तालाप किया लेकिन कुछ हासिल न हुआ|
ज़िक्र है कि एक मुसलमान फ़क़ीर एक दिन बाज़ार से गुज़र रहा था| रास्ते में एक हलवाई की दुकान थी|
शेख़ फ़रीद को बहुत कम आयु में ही रूहानियत की गहरी लगन थी| उन्होंने ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती का नाम सुना हुआ था जो राजस्थान के एक शहर अजमेर में रहते थे|
ऋषि वेदव्यास का पुत्र शुकदेव जिसको गर्भ में ही ज्ञान था, राजा जनक को गुरु धारण करने के लिए उसके दरबार में तेरह बार गया| शुकदेव के पिता ने उसे यह बताया था कि इस समय राजा जनक ही पूर्ण गुरु हैं, इसलिए गुरु धारण करने के लिए उसके पास जाओ|
किसी महात्मा के पास दो आदमी नाम लेने आये| उनमें से एक अधिकारी था, दूसरा अनाधिकारी|
हज़रत यूसुफ़ जिसको बाइबल में जोसफ़ कहा गया है, बहुत सुन्दर और बुद्धिमान था| उसके बड़े भाई उससे ईर्ष्या करते थे|
धर्मदास एक अमीर व्यापारी था और कबीर साहिब के काफ़ी निकट था क्योंकि पिछले कई जन्मों में भी उन का साथी रह चुका था| कबीर साहिब उसे मुक्त करना चाहते थे|
एक स्त्री थी| उसके रिश्तेदारों में एक अच्छा कमाई वाला महात्मा था| कुछ तो कमाई और कुछ बेफ़िक्री और बेपरवाही के फलस्वरूप उसके चेहरे पर हमेशा रौनक़ और ख़ुशी रहती थी|
महमूद ग़ज़नवी ने हिन्दुस्तान पर सत्रह हमले किये और बहुत सा धन-दौलत, सोना-चाँदी, हीरे-जवाहरात लूटकर ग़ज़नी ले गया|