जानें, क्यों खास है महिलाओं के लिए गणगौर का पर्व
गणगौर पर्व खासतौर पर राजस्थान में मनाया जाता है। इस पर्व की मुख्य पूजा चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को ही की जाती है।
गणगौर पर्व खासतौर पर राजस्थान में मनाया जाता है। इस पर्व की मुख्य पूजा चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को ही की जाती है।
हर घर में कोई ना कोई वास्तु दोष अवश्य होता है, जिस से घर वालों की तरक्की या प्रगति नहीं होती है। आए दिन कोई ना कोई परेशानी रहती है।
कैसे एक रोटी कैसे बदल सकती है नसीब? रोटी, कपड़ा और मकान यह इंसान की 3 सबसे पहली जरुरत है।
घर से निकलते समय किन उपायों को करने से सफलता मिलेगी? व्यापारियों, छात्रों और महिलाओं को कार्य में सफलता के लिए क्या करना होगा, बता रही हैं वास्तु की जानकार श्रुति।
ग्रहों का व्यक्ति के जीवन पर काफी असर पड़ता है। कुंडली में अगर ग्रहों की दशा बेहतर हो तो इसका जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
पौधे हमारे जीवन के लिए बहुत जरूरी है। स्वास्थ्य के नजरिए से कई औषधियां विशेष लाभदायी है।
अगर घर में घुसते ही आपका मन अशांत हो जाता हो, या आपको उदासी महसूस होती हो।
रुद्राक्ष का अर्थ है रूद्र का अक्ष। माना जाता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के अश्रुओं से हुई है। इसको प्राचीन काल से आभूषण के रूप में, मंत्र जाप के लिए तथा ग्रहों को नियंत्रित करने के लिए इसका प्रयोग होता है।
स्नान करना स्वास्थ्य और मन के लिए हमेशा लाभदायक है। जहाँ तक हो सके, रोज ही स्नान करना चाहिए। स्नान न करने से चन्द्रमा और शुक्र कमजोर होते हैं।
ज्योतिष में मुख्य रूप से तीन पाप ग्रह हैं- शनि, राहु और केतु। ये तीन ग्रह हमारे जीवन में नेगेटिव प्रभाव पैदा करते हैं। ये ग्रह और इनका प्रभाव कहीं न कहीं हमारे अंदर छुपा हुआ होता है, जो समय पड़ने पर बाहर आ जाता है। इसलिए हमेशा ही इन पाप ग्रहों को नियंत्रित करने का प्रयास करना चाहिए।