Homeआध्यात्मिक न्यूज़जानें, स्नान से कैसे दूर होगी ग्रहों की बाधाएं

जानें, स्नान से कैसे दूर होगी ग्रहों की बाधाएं

स्नान करना स्वास्थ्य और मन के लिए हमेशा लाभदायक है। जहाँ तक हो सके, रोज ही स्नान करना चाहिए। स्नान न करने से चन्द्रमा और शुक्र कमजोर होते हैं।इससे मानसिक स्थिति और सुख पर ख़राब असर पड़ता है। हम दैनिक जीवन में सामान्य ठंढे या गुनगुने जल से स्नान करके लाभ लेते हैं परन्तु विशेष जल से स्नान करने से न केवल रोगों को दूर कर सकते हैं बल्कि ग्रहों से भी लाभ ले सकते हैं।

 

सूर्य-

– सूर्य के कारण हड्डियों, आँखों और ह्रदय रोग की समस्या होती है

– इसके कमजोर होने पर यश और मान प्रतिष्ठा में भी कमी आती है

– सूर्य को मजबूत करने के लिए और सूर्य से लाभ के लिए उगते हुए सूर्य के समक्ष स्नान करना चाहिए

– जल में केसर, लाल फूल या लाल चन्दन डालकर स्नान करने से लाभ होता है

 

चन्द्रमा

– चन्द्रमा का सीधा सम्बन्ध मन से होता है

– मुख्य रूप से चन्द्रमा के कारण मनोरोग, अवसाद, नींद की समस्या, सर्दी-जुकाम आदि समस्या होती है

– इसके कमजोर होने पर माता या स्त्री सुख भी नहीं मिल पाता

– चन्द्रमा को मजबूत करने के लिए शंख में जल भरकर स्नान करें

– या जल में सुगन्धित फूल या सफ़ेद चन्दन डालकर स्नान करें

 

मंगल

– मंगल का सीधा सम्बन्ध रक्त और साहस से होता है

– मंगल के कारण भय की, रक्त की, ज्वर की और चोट चपेट की समस्या होती है

– इसके कमजोर होने से रिश्ते बिगड़ जाते हैं, मुकदमेबाजी होने लगती है

– मंगल को बेहतर करने के लिए जल में बेल की छाल, लाल चन्दन या गुड डालकर स्नान करें

– या ताम्बे के पात्र से जल भरकर स्नान करें

 

बुध

– बुध का मुख्य सम्बन्ध त्वचा और शरीर की गंध से होता है

– बुध के कारण त्वचा की, वाणी की और गंध की समस्या होती है

– इसके कारण आर्थिक स्थति में उतार चढ़ाव भी आता है

– बुध को बेहतर करने के लिए जल में गोरोचन, सौंफ अथवा जायफल डालकर स्नान करना चाहिए

 

बृहस्पति

– बृहस्पति के कारण पेट की समस्या, हेपटाइटिस, मोटापा और कैंसर जैसी बीमारियाँ होती हैं

– इसके कमजोर होने पर ज्ञान की और अहंकार की गंभीर समस्या होती है

– बृहस्पति को बेहतर करने के लिए जल में हल्दी, केसर या शहद डालकर स्नान करना चाहिए

– पीतल के पात्र से जल भरकर स्नान करना भी लाभकारी होगा

 

शुक्र

– शुक्र के कारण आँखों की, हारमोन की, मधुमेह की और कभी कभी रक्त की समस्या भी होती है

– शुक्र चरित्र दोष भी देता है और पारिवारिक जीवन को ख़राब भी करता है

– शुक्र को मजबूत करने के लिए जल में इलाइची, गुलाब जल, या सफ़ेद फूल डालकर स्नान करें

– शीशे के पात्र से जल भरकर स्नान करना भी लाभकारी होगा

 

शनि

– शनि के कारण स्नायु तंत्र की बीमारी, भयंकर दुर्घटना और अपंगता जैसी स्थितियां पैदा होती हैं

– ख़राब शनि रोजगार और करियर के अवसरों को रोक डालता है

– शनि से राहत पाने के लिए जल में काले तिल, सुरमा या लोबान डालकर स्नान करना चाहिए

– लोहे की बाल्टी में लम्बे समय तक रक्खे हुए जल से स्नान करना भी लाभकारी होता है

 

राहु

– राहु का सम्बन्ध गोपनीय और रहस्यमयी बीमारियों से होता है

– अगर राहु के कारण बीमारी हो तो बीमारी का कारण और निवारण समझ नहीं आता

– जल में गोमूत्र, कस्तूरी या संगमरमर डालकर स्नान करना लाभकारी होता है

 

केतु

– केतु का सम्बन्ध विचित्र तरह की जल्द ठीक न होने वाली बीमारियों से होता है

– केतु के कारण सामान्यतः किडनी की, मूत्र विकार की और त्वचा की विचित्र समस्याएँ होती हैं

– जल में केवडा जल, खस या श्वेत चन्दन डालकर स्नान करना लाभकारी होगा

 

तेजस्वनी पटेल, पत्रकार (+91 9340619119)

– तेजस्वनी पटेल, पत्रकार
(+91 9340619119)

 

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