Chapter 185
“Sanjaya continued, ‘The warrior, O king, thus clad in mail on the fieldof battle, adored the thousand-rayed Aditya as he rose at morn.
“Sanjaya continued, ‘The warrior, O king, thus clad in mail on the fieldof battle, adored the thousand-rayed Aditya as he rose at morn.
1 [स]
तद धर्मशीलस्य वचॊ निशम्य; राज्ञः करुद्धस्याधिरथौ महात्मा
उवाच दुर्धर्षम अदीनसत्त्वं; युधिष्ठिरं जिष्णुर अनन्तवीर्यः
“Vaisampayana said, ‘Then that grandsire of the Bharatas, Bhishma the sonof Sutanu, conversant with the Vedas, acquainted with the proprieties oftime and place, and possessing a knowledge of every duty of morality,after the conclusion of
एक जंगल में एक हिरण रहता था| एक दिन उसकी बहन अपने बेटे को लेकर उसके पास आई और कहने लगी, ‘भाई, अपने भांजे को अपनी जाति के गुण सिखा दो|’
Vaisampayana said,–in the meantime, Bhimasena also endued with greatenergy, having obtained the assent of Yudhishthira the just marchedtowards the eastern direction.
यह रक्त, मांस, मेद तथा धातुवर्धक होती है| यह ओजकारक, रुचिकारक और तृप्तिदायक भी है| इसका नियमित सेवन हृदय के लिए भी अच्छा है| इससे प्यास दूर होकर शांति मिलती है| भोजन में इसका सेवन आवश्यक है| दस्त न रुकने पर शरीर से बहुत-सा पानी निकल जाने पर, शक्कर में थोड़ा-सा नमक मिलाकर पानी का सेवन करने से पानी की पूर्ति हो जाती है और जीवन बच जाता है| शक्कर के शरबत में नींबू का रस मिलाने से वो अधिक गुणकारी हो जाता है| आंखों की दुर्बलता दूर करने में भी यह उत्तम है|
एक बनजारा था| वह बैलों पर मेट (मुल्तानी मिट्टी) लादकर दिल्ली की तरफ आ रहा था| रास्तों में कई गाँवों से गुजरते समय उसकी बहुत-सी मेट बिक गयी| बैलों की पीठ पर लदे बोर आधे तो खाली हो गये और आधे भरे रह गये|
तन मन की सूद बिसर गई है सम मुख साई नाथ खड़े है
साई नाथ साई नाथ साई नाथ
“Sanjaya said, ‘During the progress of the fierce engagement, Bhima,while fighting along, being encompassed by innumerable foes, addressedhis driver, saying, “Bear me into the midst of the Dhartarashtra host.Proceed, O charioteer, with speed, borne by these steeds.
एक गांव में देवशंकर नाम का एक पण्डित रहता था| उसके यहां एक बार पुत्र ने जन्म लिया| ठीक उसी औरत के साथ ही नेवले ने भी एक बच्चे को जन्म दिया लेकिन वह नेवली बेचारी बच्चे को जन्म देते ही मर गई|