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भूमिका:

अब्दुल रहीम खानखाना का नाम हिन्दी साहित्य जगत में महत्वपूर्ण रहा है| इनका नाम साहित्य जगत में इतना प्रसिद्ध है कि इन्हें किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है| 

19वीं शताब्दी के भारतीय संतो, सुधारकों और चिन्तकों में स्वामी रामतीर्थ की गिनती की जाती है| उन्हें ‘बादशाह राम’ के नाम से उनके समय की जनता पुकारती थी| वह एक बार देशाटन करते हुए ऋषिकेश पहुँचे|

1 [लॊमष] ते तं दृष्ट्वा हयं राजन संप्रहृष्टतनू रुहाः
अनादृत्य महात्मानं कपिलं कालचॊदिताः
संक्रुद्धाः समधावन्त अश्वग्रहण काङ्क्षिणः

किसी होटल के मालिक ने एक लड़का नौकर रखा| उसकी उम्र अधिक नहीं थी| वह लड़का बड़ा भला और भोला था, बहुत ही ईमानदार और मेहनती था| एक दिन वह लड़का शीशे के गिलास धो रहा था|