पसीने की कमाई का आनंद
रैदास नाम के एक बड़े भगवद्भक्त थे| वे काशी में रहते थे| गंगा के घाट के पास ही उनकी झोंपड़ी थी, जिसमें वे अपनी पत्नी के साथ रहते थे और झोंपड़ी के बाहर बैठकर जूते गांठते रहते थे|
रैदास नाम के एक बड़े भगवद्भक्त थे| वे काशी में रहते थे| गंगा के घाट के पास ही उनकी झोंपड़ी थी, जिसमें वे अपनी पत्नी के साथ रहते थे और झोंपड़ी के बाहर बैठकर जूते गांठते रहते थे|
1 And Balaam said unto Balak, Build me here seven altars, and prepare me here seven bullocks and seven rams.
Markandeya said, “The Muni named Visrava, who was begotten of half thesoul of Pulastya, in a fit of passion, began to look upon Vaisravana withgreat anger.
“Yudhishthira said, ‘Tell me, O grandsire, by adopting what sort ofintelligence may a monarch, who has been divested of prosperity andcrushed by Time’s heavy bludgeon, still live on this earth.’
यह घटना उस समय की है, जब डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन मद्रास के एक ईसाई मिशनरी स्कूल के छात्र थे। वह बचपन से बेहद कुशाग्र एवं तीव्र बुद्धि के थे। कम उम्र में ही उनकी गतिविधियां व उच्च विचार लोगों को हैरानी में डाल देते थे।
Sanjaya said, “Sikhandin with Virata king of the Matsyas speedilyapproached Bhishma that invincible and mighty bowman.
“Vaisampayana said, ‘The king dismissed all his subjects, who, commandedby the monarch, returned to their respective homes.