Chapter 73
“Vaisampayana continued, ‘King Dushmanta, hearing all this, said,’Well-spoken, O princess, this that thou hast said! Be my wife, Obeautiful one! What shall I do for thee?
“Vaisampayana continued, ‘King Dushmanta, hearing all this, said,’Well-spoken, O princess, this that thou hast said! Be my wife, Obeautiful one! What shall I do for thee?
Vaisampayana said, “Then Kesava, the slayer of Madhu, also calledJanardana, having conversed on various agreeable themes with theillustrious sons of Pandu and with those Brahmanas that were headed byMarkandeya and having bid them farewell, mounted his car and called forSatyabhama.
रायचंद जवाहरात के बहुत बड़े व्यापारी थे। उनकी ईमानदारी प्रसिद्ध थी। अपने व्यापार में वह किसी प्रकार की अनीति नहीं करते थे। वह दूसरे व्यापारियों के हितों का भी ध्यान रखते थे। एक बार उन्होंने किसी व्यापारी से जवाहरात का सौदा किया। उसका भाव तय हो गया और यह भी तय हो गया कि अमुक समय के भीतर उस आदेश की पूर्ति होगी।
यह सब तेलों में सबसे अधिक उपयोगी है| कब्ज को दूर करने में इसका प्रयोग किया जाता है| वायु, जोड़ों का दर्द, हृदय रोग, आमाशय के विकार, सूजन तथा रक्त विकार में भी यह प्रयुक्त होता है| यह केस्टरऑयल के नाम से भी जाना जाता है|
1 [मार्क]
चिन्तयित्वा तद आश्चर्यं सत्रिया परॊक्तम अशेषतः
विनिन्दन स दविजॊ ऽऽतमानम आगः कृत इवाबभौ
एक राजा को एक मन्त्री की आवश्यकता थी| उसने घोषणा की, “जो तालाब के जमवत को बिना पानी में उतारे हुए बाँध देगा वही मन्त्री होगा|”
1 [य]
किं शीलाः किं समुत्थानाः कथंरूपाश च भारत
किं संनाहाः कथं शस्त्रा जनाः सयुः संयुगे नृप