Home2011February (Page 4)

एक निर्धन किसान को कहीं से एक मुर्गी मिल गई| वह उस मुर्गी को घर ले आया| उसने यह सोचकर कि आज काफ़ी दिन बाद बढ़िया खाने को मिलेगा, उसे काटने के लिए बड़ा-सा चाकू उठा लिया| जैसे ही वह उस मुर्गी को काटने ले लिए बढ़ा कि मुर्गी बोली, ‘मुझ पर दया करो, मुझे मत मारो|’

राजा उपरिचर एक महान प्रतापी राजा था| वह बड़ा धर्मात्मा और बड़ा सत्यव्रती था| उसने अपने तप से देवराज इंद्र को प्रसन्न करके एक विमान और न सूखने वाली सुंदर माला प्राप्त की थी| वह माला धारण करके, विमान पर बैठकर आकाश में परिभ्रमण किया करता था| उसे आखेट का बड़ा चाव था| वह प्राय: वनों में आखेट के लिए जाया करता था|