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दिल्ली में एक विद्वान पंडित रहते थे| उनका दरबार में बहुत सम्मान था| पंडितजी बिना सोचे-समझे किसी काम में हाथ नहीं डालते थे और जो वह कह देते उसका पालन करते|

1 [मार्क] शिवा भार्या तवाङ्गिरसः शीलरूपगुणान्विता
तस्याः सा परथमं रूपं कृत्वा देवी जनाधिप
जगाम पावकाभ्याशं तं चॊवाच वराङ्गना

प्रेतराज सरकार को दुष्ट आत्माओं को दंड देने वाले देवता के रूप मे पूजा जाता है| अत्यंत भक्ति भाव से उनकी आरती , कीर्तन एवं भजन किये जाते हैं| प्रेतराज सरकार की बाला बाला जी के सहायक देवता के रूप मे आराधना की जाती है| खासतोर पर चावलों का भोग लगवाया जाता है| यहाँ पर बूंदी के लड्डूओं का भोग भी लगाया जाता है|