Home2011February (Page 33)

“Vaisampayana continued, ‘The messenger said, ‘King Drupada hath, in viewof his daughter’s nuptials prepared a good feast for the bride-groom’sparty. Come ye thither after finishing your daily rites. Krishna’swedding will take place there. Delay ye not. These cars adorned withgolden lotuses drawn by excellent horses are worthy of kings. Riding onthem, come ye into the abode of the king of the Panchalas.’

चौदह वर्ष के वनवास के दौरान श्रीराम, सीता और लक्ष्मण पंचवटी में एक पर्णकुटी बनाकर रह रहे थे। एक दिन रावण की बहन राक्षसी शुर्पणखा आकाश मार्ग से उस ओर से गुजर रही थी तभी वह श्रीराम और लक्ष्मण के सुंदर और मोहक रूप को देखकर मोहित हो गई। वह तुरंत ही जमीन पर उतर आई और अतिसुंदर स्त्री का रूप बना लिया।

बीरबल दरबार में पान चबाता हुआ पाया| यह देखकर बादशाह अकबर नाराज होकर बोले – “बीरबल, यह दरबार है और तुम यहां पान चबाते हुए आ गए, अब पीक भी थूकोगे, यहां गंदा करोगे|”

चंद्रिका नगर के निवासी लालाराम नामक बनिये का लड़का सौ रूपये मूल्य की एक पुस्तक खरीद लाया| उस पुस्तक में एक स्थान पर लिखा था कि मनुष्य अपने भाग्य का लिखा तो बड़ी ही आसानी से पा लेता है, लेकिन जो भाग्य में नही लिखा होता उसे जी-तोड़ परिश्रम करने के उपरांत भी पाने में असमर्थ रहता है|