Chapter 235
“Vaisampayana said, ‘O thou of Kuru’s race, the Rishi Mandapala becamevery anxious about his children, although he had spoken of them to thegod of fierce rays. Indeed, his mind was not in peace.
“Vaisampayana said, ‘O thou of Kuru’s race, the Rishi Mandapala becamevery anxious about his children, although he had spoken of them to thegod of fierce rays. Indeed, his mind was not in peace.
ईरान में आक्रमणकारियों के आक्रमण से प्राण-रक्षा के लिए पारसी अग्निपूजक सातवीं शताब्दी में भारत के गुजरात प्रदेश में पहुँचे| गुजरात में उन दिनों राजा जाधव राणा का शासन था|
पित्त बच्चे के अंग-प्रत्यंग अत्यंत कोमल होते हैं| फलस्वरूप वे जल्दी ही बीमारियों के शिकार हो जाते हैं| इसी कारण उन्हें खांसी भी होने लगती है| यह मौसम बदलने, कब्ज रहने, अधिक भोजन करने, खट्टी चीजें और मैदे की चीजें अधिक खाने से हो जाती हैं|
माता यशोदाके सौभाग्यकी तुलना किसीसे भी नहीं हो सकती; क्योंकि भगवान् श्रीकृष्णने स्वयं उनका पुत्र बनकर उनके पवित्र स्तनोंका पान किया तथा उन्हें वात्सल्यसुखका अनुपम सौभाग्य प्रदान किया|
आरती का अर्थ है पूरी श्रद्धा के साथ परमात्मा की भक्ति में डूब जाना। भगवान को प्रसन्न करना। इसमें परमात्मा में लीन होकर भक्त अपने देव की सारी बलाए स्वयं पर ले लेता है और भगवान को स्वतन्त्र होने का अहसास कराता है।
महाभारत विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य है। इसमें एक लाख से ज्यादा श्लोक हैं। महर्षि वेद व्यास के मुताबिक यह केवल राजा-रानियों की कहानी नहीं बल्कि धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की कथा है। इस ग्रंथ को लिखने के पीछे भी रोचक कथा है। कहा जाता है कि ब्रह्मा ने स्वप्न में महर्षि व्यास को महाभारत लिखने की प्रेरणा दी थी।
अकबर का एक दूध भाई था| अकबर ने जिस आया का दूध पिया था उसके पुत्र को अकबर दूध भाई कहते थे| एक बार बादशाह अकबर ने बीरबल को चिढ़ाने के उद्देश्य से पूछा – “बीरबल, मेरा तो एक दूध भाई है, क्या तुम्हारा भी कोई दूध भाई है?”
विश्वविजय का सपना लेने वाला यूनान का सम्राट सिकंदर महान् बहुत अधिक अभिमानी था| वह यह सहन नहीं कर सकता था कि कोई उसके सम्मुख गर्व से सिर उठाए|