03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 22 1 [वा] एवं स पुरुषव्याघ्र शाल्वॊ राज्ञां महारिपुः युध्यमानॊ मया संख्ये वियद अभ्यागमत पुनः Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत
12. शांतिपर्व Share 0 अध्याय 266 1 [य] मॊक्षः पितामहेनॊक्त उपायान नानुपायतः तम उपायं यथान्यायं शरॊतुम इच्छामि भारत Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशांतिपर्व
09. शल्यपर्व Share 0 अध्याय 26 1 [स] दुर्यॊधनॊ महाराज सुदर्शश चापि ते सुतः हात शेषौ तदा संख्ये वाजिमध्ये वयवस्थितौ Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशल्यपर्व
14. आश्वमेधिकपर्व Share 0 अध्याय 37 1 [बर] रजॊ ऽहं वः परवक्ष्यामि याथा तथ्येन सत्तमाः निबॊधत महाभागा गुणवृत्तं च सर्वशः Continue reading POST TAGS: आश्वमेधिकपर्वमहाभारत संस्कृत
03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 23 1 [वा] ततॊ ऽहं भरतश्रेष्ठ परगृह्य रुचिरं धनुः शरैर अपातयं सौभाच छिरांसि विबुधद्विषाम Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत
03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 24 1 [वै] तस्मिन दशार्हाधिपतौ परयाते; युधिष्ठिरॊ भीमसेनार्जुनौ च यमौ च कृष्णा च पुरॊहितश च; रथान महार्हान परमाश्वयुक्तान Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत
12. शांतिपर्व Share 0 अध्याय 265 1 [य] कथं भवति पापात्मा कथं धर्मं करॊति वा केन निर्वेदम आदत्ते मॊक्षं वा केन गच्छति Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशांतिपर्व
09. शल्यपर्व Share 0 अध्याय 25 1 [स] गजानीके हते तस्मिन पाण्डुपुत्रेण भारत वध्यमाने बले चैव भीमसेनेन संयुगे Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशल्यपर्व
14. आश्वमेधिकपर्व Share 0 अध्याय 38 1 [बर] अतः परं परवक्ष्यामि तृतीयं गुणम उत्तमम सर्वभूतहितं लॊके सतां धर्मम अनिन्दितम Continue reading POST TAGS: आश्वमेधिकपर्वमहाभारत संस्कृत
03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 25 1 [वै] ततस तेषु परयातेषु कौन्तेयः सत्यसंगरः अभ्यभाषत धर्मात्मा भरातॄन सर्वान युधिष्ठिरः Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत