चरवाहा बालक और भेड़िए का बच्चा – शिक्षाप्रद कथा
एक चरवाहा था| एक दिन वह हरे-भरे मैदान में अपनी भेड़ें में अपनी भेड़ें चरा रहा था| तभी उसकी नजर एक भेड़िए के बच्चे पर पड़ी| उसे उस भेड़िए के बच्चे पर दया आ गई| यह उसे उठा कर अपने घर ले आया और उसे किसी बच्चे की तरह पालने-पोसने लगा|