12. शांतिपर्व Share 0 अध्याय 126 1 [भ] ततस तेषां समस्तानाम ऋषीणाम ऋषिसत्तमः ऋषभॊ नाम विप्रर्षिः समयन्न इव ततॊ ऽबरवीत Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशांतिपर्व
13. अनुशासनपर्व Share 0 अध्याय 126 1 [य] पितामह महाप्राज्ञ सर्वशास्त्रविशारद आगमैर बहुभिः सफीतॊ भवान नः परथितः कुले Continue reading POST TAGS: अनुशासनपर्वमहाभारत संस्कृत
01. आदिपर्व Share 0 अध्याय 81 1 [व] एवं स नाहुषॊ राजा ययातिः पुत्रम ईप्सितम राज्ये ऽभिषिच्य मुदितॊ वानप्रस्थॊ ऽभवन मुनिः Continue reading POST TAGS: आदिपर्वमहाभारत संस्कृत
05. उद्योगपर्व Share 0 अध्याय 70 1 [व] संजये परतियाते तु धर्मराजॊ युधिष्ठिरः अभ्यभाषत दाशार्हम ऋषभं सर्वसात्वताम Continue reading POST TAGS: उद्योगपर्वमहाभारत संस्कृत
05. उद्योगपर्व Share 0 अध्याय 71 1 [भगवान] संजयस्य शरुतं वाक्यं भवतश च शरुतं मया सर्वं जानाम्य अभिप्रायं तेषां च भवतश च यः Continue reading POST TAGS: उद्योगपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 116 1 [स] तद उद्यतं महाबाहुं दुःशासन रथं परति तवरितं तवरणीयेषु धनंजय हितैषिणम Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 171 1 [अर्ज] ततॊ माम अभिविश्वस्तं संरूढशरविक्षतम देवराजॊ ऽनुगृह्येदं काले वचनम अब्रवीत Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत
12. शांतिपर्व Share 0 अध्याय 125 1 [य] शीलं परधानं पुरुषे कथितं ते पितामह कथम आशा समुत्पन्ना या च सा तद वदस्व मे Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशांतिपर्व
13. अनुशासनपर्व Share 0 अध्याय 125 1 [य] साम्ना वापि परदाने वा जयायः किं भवतॊ मतम परब्रूहि भरतश्रेष्ठ यद अत्र वयतिरिच्यते Continue reading POST TAGS: अनुशासनपर्वमहाभारत संस्कृत
01. आदिपर्व Share 0 अध्याय 82 1 [व] सवर्गतः स तु राजेन्द्रॊ निवसन देव सद्मनि पूजितस तरिदशैः साध्यैर मरुद्भिर वसुभिस तथा Continue reading POST TAGS: आदिपर्वमहाभारत संस्कृत