12. शांतिपर्व Share 0 अध्याय 200 1 [य] पितामह महाप्राज्ञ पुन्दरीकाक्षम अच्युतम कर्तारम अकृतं विष्णुं भूतानां परभवाप्ययम Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशांतिपर्व
06. भीष्मपर्व Share 0 अध्याय 64 1 [भस] शृणु चेदं महाराज बरह्मभूतस्तवं मम बरह्मर्षिभिश च देवैश च यः पुरा कथितॊ भुवि Continue reading POST TAGS: भीष्मपर्वमहाभारत संस्कृत
08. कर्णपर्व Share 0 अध्याय 19 1 [स] शवेताश्वॊ ऽपि महाराज वयधमत तावकं बलम यथा वायुः समासाद्य तूला राशिं समन्ततः Continue reading POST TAGS: कर्णपर्वमहाभारत संस्कृत
14. आश्वमेधिकपर्व Share 0 अध्याय 89 1 [य] शरुतं परियम इदं कृष्ण यत तवम अर्हसि भाषितुम तन मे ऽमृतरसप्रख्यं मनॊह्लादयते विभॊ Continue reading POST TAGS: आश्वमेधिकपर्वमहाभारत संस्कृत
03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 97 1 [ल] इल्वलस तान विदित्वा तु महर्षिसहितान नृपान उपस्थितान सहामात्यॊ विषयान्ते ऽभयपूजयत Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत
12. शांतिपर्व Share 0 अध्याय 199 1 [मनु] यदा ते पञ्चभिः पञ्च विमुक्ता मनसा सह अथ तद दरक्ष्यसे बरह्म मनौ सूत्रम इवार्पितम Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशांतिपर्व
06. भीष्मपर्व Share 0 अध्याय 65 1 [स] वयुषितायां च शर्वर्याम उदिते च दिवाकरे उभे सेने महाराज युद्धायैव समीयतुः Continue reading POST TAGS: भीष्मपर्वमहाभारत संस्कृत
08. कर्णपर्व Share 0 अध्याय 18 1 [स] युयुत्सुं तव पुत्रं तु पराद्रवन्तं महद बलम उलूकॊ ऽभयपतत तूर्णं तिष्ठ तिष्ठेति चाब्रवीत Continue reading POST TAGS: कर्णपर्वमहाभारत संस्कृत
14. आश्वमेधिकपर्व Share 0 अध्याय 88 1 [व] समागतान वेद विदॊ राज्ञश च पृथिवीश्वरान दृष्ट्वा युधिष्ठिरॊ राजा भीमसेनम अथाब्रवीत Continue reading POST TAGS: आश्वमेधिकपर्वमहाभारत संस्कृत
03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 98 1 [य] भूय एवाहम इच्छामि महर्षेस तस्य धीमतः कर्मणां विस्तरं शरॊतुम अगस्त्यस्य दविजॊत्तम Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत