साधारण ज्वर के 22 घरेलु उपचार – 22 Homemade Remedies for Simple Febrile
साधारण ज्वर अनेक कारणों से होता है| यह हर किसी को हो सकता है| शरीर का तापक्रम 98.4 फोरनहाइट माना गया है| यदि शरीर का तापक्रम इससे अधिक हो जाता है तो ज्वर की हालत मान ली जाती है|
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साधारण ज्वर के 22 घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं:
1. तुलसी, कालीमिर्च, पीपल, लौंग, मिश्री और पानी
सात पत्तियां तुलसी, सात दाने कालीमिर्च, एक दाना पीपल तथा दो दाने लौंग-इन सबको एक कप पानी में डालकर काढ़ा बना लें| फिर छानकर थोड़ी-सी मिश्री मिलाकर सुबह-शाम खाली पेट सेवन करें|
2. सोंठ, बताशा और फिटकिरी
आधा चम्मच सोंठ तथा दो रत्ती फिटकिरी को पीसकर बताशे में रखकर रोज सेवन करें|
3. कालीमिर्च और शहद
चार कालीमिर्च का चूर्ण प्रतिदिन सुबह, दोपहर और शाम को शहद के साथ सेवन करें|
4. सितोपलादि और शहद
सितोपलादि चूर्ण का सेवन शहद में मिलाकर करने से सामान्य बुखार उतर जाता है|
5. मुलहठी, चीनी और पानी
दो गांठ मुलहठी को कुचलकर एक कप पानी में औटा लें| फिर पानी को छानकर उसमें जरा-सी चीनी मिलाकर पी जाएं|
6. नीम और पानी
थोड़ी-सी नीम की छाल को मोटा पीसकर एक कप पानी में औटा लें| फिर उसे छानकर शक्कर डालकर सेवन करें|
7. अनन्नास और शहद
यदि अधिक मेहनत के कारण जवन आ गया हो तो एक कप अनन्नास के रस में थोड़ा-सा शहद मिलाकर रोगी को पिलाएं|
8. अंगूर
यदि बुखार के रोगी के मुख में खुश्की की शिकायत हो तो उसे काले या सफेद अंगूर खिलाना चाहिए|
9. पुदीना, हींग और अनार
थोड़ी-सी पुदीने की पत्तियां, एक चुटकी हींग तथा एक चम्मच अनार दाना-सबकी चटनी पीसकर रोगी को खिलाने से ज्वर उतर जाता है|
10. ग्वारपाठा और हल्दी
एक चम्मच ग्वारपाठे का रस और आधा चम्मच पिसी हल्दी गरम करके देने से बुखार में निश्चित लाभ होता है|
11. गेहूं
हरे गेहूं का रस निकालकर एक चम्मच की मात्रा में रोगी को पिलाएं|
12. फिटकिरी और मिश्री
दो रत्ती फिटकिरी का फूला थोड़ी-सी मिश्री के साथ सेवन करें|
13. नीम, शहद और पानी
2 ग्राम नीम की पत्तियों का चूर्ण शहद या गुनगुने पानी के साथ दें|
14. लौकी
यदि गरमी के कारण बुखार आ गया हो तो लौकी के छिलके पीसकर दोनों पैरों पर मलें|
15. कालीमिर्च, इलायची, मिश्री और गुलाबजल
पांच दाने कालीमिर्च, पांच दाने इलायची तथा 10 ग्राम मिश्री – सबको गुलाबजल में पीसकर चार-चार घंटे के अन्तर से चार खुराक के रूप में लें|
16. गाजर और चुकन्दर
एक कप गाजर का रस तथा एक कप चुकन्दर का रस – दोनों गरम करके रोगी को पिलाएं|
17. टमाटर
टमाटर का सूप सामान्य ज्वर में लाभ पहुंचाता है|
18. नारियल
नारियल का पानी पीने से ज्वर का ताप शान्त होता है|
19. जीरा और गुड़
2 ग्राम जीरा पीसकर गुड़ के साथ सुबह-शाम तीन-चार दिनों तक बराबर देने से बुखार उतर जाता है|
20. बैंगन और गुड़
बुखार होने पर बैंगन को आग में सेंककर गुड़ के साथ खाएं|
21. पानी और जौ
पानी में थोड़े से जौ उबाल-छानकर रोगी को सुबह-शाम पिलाएं|
22. इलायची, कालीमिर्च और शहद
2 ग्राम सफेद इलायची के दाने और 2 ग्राम कालीमिर्च – दोनों का चूर्ण शहद के साथ चाटने से बुखार उतर जाता है|
साधारण ज्वर में क्या खाएं क्या नहीं
साधारण बुखार में जब तक बुखार कम न हो जाए, रोगी को मूंग की दाल का पानी, मूंग की दाल की खिचड़ी, पतला दूध, चाय या कॉफी दी जा सकती है| फलों का रस पानी मिलाकर देने से आंतों तथा गले की खुश्की कम होती है| भारी भोजन तथा भारी फल जैसे-केला, अमरूद, आम आदि रोगी को नहीं देना चाहिए| प्रतिदिन अंगौछा गीला करके रोगी का शरीर पोंछ देना चाहिए| यदि रोगी सुबह-शाम टहलने का कार्यक्रम बना ले तो सुनहरा जीवन प्राप्त कर सकता है|
साधारण ज्वर का कारण
वायु, पित्त या कफ के बिगड़ जाने से यह बुखार आ जाता है| अधिक ठंड लगने, अधिक परिश्रम करने तथा पेट के भीतर खराबी के कारण प्राय: साधारण हरारत या बुखार की शिकायत हो जाती है| इस हालत में शरीर का तापक्रम बढ़ जाता है| कभी-कभी खराब भोजन करने, अनियमित भोजन तथा मानसिक अशान्ति के कारण भी बुखार आ जाता है|
साधारण ज्वर की पहचान
बुखार आने पर रोगी को बेचैनी होने लगती है| सिर, हाथ-पैर तथा सारा शरीर टूटने लगता है| जी मिचलाना, भोजन से अरुचि, जीभ पर मैल, ठंड व कंपकंपी का अनुभव, कभी पसीना आना और कभी ठंड लगना, नाड़ी की तेज गति, श्वास में तीव्रता, पेशाब कम लगना तथा उसमें पीलापन होना आदि लक्षण दिखाई पड़ते हैं|
NOTE: इलाज के किसी भी तरीके से पहले, पाठक को अपने चिकित्सक या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सलाह लेनी चाहिए।
Consult Dr. Veerendra Aryavrat +91-9254092245
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