आंखें दुःखना के 11 घरेलु उपचार – 11 Homemade Remedies for Eyes Pain
प्राय: छोटे-बड़े लोगों की आंखें किन्हीं कारणवश दुःखने लगती हैं| यदि शुरुआती दौर में ही इन पर ध्यान दिया जाए तो घातक परिणाम नहीं होता| इसके अलावा नियमित रूप से आंखों को दिन में कई बार धोने अथवा उन पर पानी के छींटे मारने चाहिए| इससे भी आंखों का रोग होने की संभावना नहीं रहती|
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आंखें दुःखने के 11 घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं:
1. लौकी
लौकी का छिलका छीलकर सुखा लें| अब उनको जलाकर राख कर लें| फिर खरल में पीसकर बारीक करें| सुबह-शाम इस अंजन को सलाई से आंखों में लगाएं| दुःखती आंख बड़ी जल्दी ठीक हो जाएगी|
2. त्रिफला और शहद
त्रिफला का आधा चम्मच चूर्ण रात को सोते समय शहद के साथ सेवन करें| इससे आंखों की बहुत-सी बीमारियां दूर हो जाती हैं|
3. कालीमिर्च और मक्खन
कालीमिर्च के चूर्ण को नियमित रूप से मक्खन के साथ खाने से आंखों की ज्योति बढ़ती है तथा पलकों की सूजन चली जाती है|
4. शहद
आंखों में शहद डालने से आंखों की लाली कम हो जाती है|
5. गुलाबजल और फिटकिरी
दुःखती आंखों में गुलाबजल में फिटकिरी मिलाकर सुबह-शाम डालें|
6. पानी और फिटकिरी
पानी में थोड़ी-सी फिटकिरी घोलकर आंखों में सलाई से लगाएं|
7. तुलसी
तुलसी का अर्क तैयार करके आंखों में डालें|
8. धनिया, गुलाबजल और पानी
हरे धनिए को पानी में अच्छी तरह धोकर उसे गुलाबजल में मसल लें| इस पानी को छानकर आंखों में बूंद-बूंद डालें|
9. कपूर
काजल में थोड़ा-सा कपूर मिलाकर आंखों में लगाएं|
10. आम और फिटकिरी
आम, फिटकिरी तथा रसौत – सभी 3-3 ग्राम की मात्रा में लेकर पीस डालें| फिर उसका लेप बनाकर आंखों की पलकों पर लगाएं|
11. नीम
दुःखती आंखों को नीम के पानी से छ्प्पे मारकर धोएं|
आंखें दुःखने का कारण
ठंड लगने, आंखों में चोट लग जाने, धूल-धुआं पड़ जाने, संक्रमण, तेज धूप में रहने, ठंडी हवा लगने तथा चेचक, सूजाक आदि के कारण आंखें दुःखने लगती हैं| लाल-लाल आंखें देखकर हर कोई कह देता है कि आंखें आ गई हैं|
आंखें दुःखने की पहचान
आंखें लाल हो जाती हैं| पलकों पर सूजन आ जाती है| आंखों में जलन, लपकन, पीड़ा आदि होती है| पानी बहने के कारण आंखें खुल नहीं पातीं| आंखें खोलकर देखना कठिन हो जाता है| रोशनी में आंखों के भीतर चमक-सी भर जाती है| कभी-कभी आंखों में मैल कीचड़ के रूप में दिखाई देता है| सुबह आंखें चिपक जाती हैं|
NOTE: इलाज के किसी भी तरीके से पहले, पाठक को अपने चिकित्सक या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सलाह लेनी चाहिए।
Consult Dr. Veerendra Aryavrat +91-9254092245
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