चोट लगने के 14 घरेलु उपचार – 14 Homemade Remedies for Injury
चोट लगने और खून बहने पर इस बात की तत्काल व्यवस्था करनी चाहिए कि खून अधिक मात्रा में न बहने पाए| इसके लिए तुरंत खून रोकने का उपाय करना चाहिए| साथ ही विषक्रमण न होने पाए, इसका भी ध्यान रखना चाहिए|
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चोट लगने के 14 घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं:
1. अदरक और पानी
किसी अंग पर चोट लगने या कुचल जाने की हालत में अदरक को पानी में घिसकर तथा गरम करके लगाना चाहिए|
2. नमक, पानी और सेंधा नमक
नमक या सेंधा नमक के पानी में कपड़ा भिगोकर चोट को सेंकें|
3. अजवायन
चोट पर अजवायन पीसकर लगाएं तथा ऊपर से पट्टी बांध दें|
4. अरहर
कट जाने पर अरहर के सूखे पत्तों को पीसकर लगाएं|
5. एरंड और सरसों
भीतरी चोट लगने पर एरंड के पत्ते पर सरसों का तेल लगाएं| फिर उसे आग में सेंककर चोट पर लगाकर पट्टी बांध दें|
6. मिट्टी का तेल
यदि कटे हुए स्थान से लगातार रक्त बह रहा हो तो एक कपड़े को मिट्टी के तेल में भिगोकर चोट पर बांधें| बहता खून रुक जाएगा|
7. चाय
यदि खून बहना बंद न हो तो चाय की पत्ती लगाकर पत्ती बांध दें|
8. कपूर
कटे घाव पर घी में कपूर मिलाकर लगाएं|
9. फिटकिरी
कटे हुए स्थान पर फिटकिरी का चूर्ण बुरक कर पट्टी बांध दें|
10. हल्दी और चूना
पिसी हुई हल्दी में थोड़ा-सा चूना मिलाकर चोट पर लगाकर बांधें|
11. गूलर
खून बहते हुए स्थान पर गूलर का दूध लगाएं| खून बंद हो जाएगा|
12. शुद्ध
घाव में शुद्ध लगाने से भी घाव भर जाता है|
13. दूब
दूब को पीसकर चोट पर लगाएं|
14. गेहूं और सरसों
चोट लग जाने पर गेहूं के आटे पर सरसों का तेल लगाकर चोट पर रखें| ऊपर से पट्टी बांध दें|
चोट लगने का कारण
चोट अचानक ही किसी घटना के कारण लग जाती है| चोट लगने पर सूजन आ जाती है तथा अंग विशेष से खून निकलने लगता है| खून का अधिक मात्रा में निकल जाना शरीर के लिए हानिकारक है| इसलिए चोट लगने पर यदि कोई अंग छिल जाए तो खून रोकने के उपाय जल्दी करना चाहिए| शुरू में अंगूठे से दबाकर खून रोका जा सकता है|
चोट लगने की पहचान
बंद चोट में सूजन आ जाती है, लेकिन खुली चोट में खून बहने लगता है| चोट किसी भी प्रकार की हो, वह तकलीफदेय होती है| रोगी को बेचैनी हो जाती है तथा चोट में दर्द होता है| सूजन आने पर लपकन पड़ती है| इसलिए नुस्खों द्वारा सबसे पहले प्राथमिक उपचार करना चाहिए ताकि चोट में धूल-मिट्टी और कीटाणु न भरने पाएं|
NOTE: इलाज के किसी भी तरीके से पहले, पाठक को अपने चिकित्सक या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सलाह लेनी चाहिए।
Consult Dr. Veerendra Aryavrat +91-9254092245
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