Homeशिक्षाप्रद कथाएँझक मार रहे हैं (बादशाह अकबर और बीरबल)

झक मार रहे हैं (बादशाह अकबर और बीरबल)

बादशाह अकबर और बीरबल यमुना नदी के तट पर टहल रहे थे| वहां एक आदमी मछली पकड़ रहा था| उसे देखकर बादशाह अकबर भी उसके साथ मछली पकड़ने बैठ गए किन्तु बीरबल वापस लौट आए|

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बीरबल को अकेला वापस आता देखकर मल्लिका ने बीरबल से बादशाह सलामत के बारे में पूछा तो उसने कहा – “झक मार रहे हैं|”

बादशाह के लिए इस तरह का उत्तर देने पर उनकी बेगम नाराज हो गईं और वापस लौटने पर इस बारे में उनसे बात की|

अगले दिन बादशाह अकबर ने बीरबल से इस बारे में पूछा तो उसने जवाब दिया-“हुजूर, मैंने कोई गलत बात नहीं कही थी| आप मछली मारने बैठ गए इसलिए मैंने अपनी बेगम से कह दिया कि आप झक मार रहे हैं क्योंकि संस्कृत में मछली को झक कहा जाता है|”

यह सुनते ही बादशाह का सारा गुस्सा काफूर हो गया और चेहरे पर मन्द मुस्कान बिखर गई|

नेकी का