दाद: हुजूस्त (बादशाह अकबर और बीरबल)
अकबर और बीरबल शाम के समय घोड़े पर बैठे नगर की सैर कर रहे थे| तभी बादशाह अकबर को मजाक सूझा और उन्होंने बीरबल से कहा – “भई अस्य पिदर सुमास्त|”
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फारसी भाषा में बोले गए इस वाक्य के दो अर्थ थे – पहला, यह घोड़ा तुम्हारे बाप का है और दूसरा यह घोड़ा तुम्हारा बाप है|
बीरबल हाजिर जवाब तो थे ही, उन्होंने फौरन जवाब दिया – “दाद: हुजूस्त|”
इसके भी दो अर्थ थे, हुजूर ने दिया है तथा हुजूर का दादा है|
जवाब सुनकर बादशाह अकबर मुस्करा दिए|