अधिक समय तक खिलने वाले फूलों के पौधे
सदाबहार पौधे किसी भी बग़ीचे का श्रृंगार है। यहाँ हम आपको पाँच ऐसे पौधे बता रहे है जो साल के ज्यादातर समय तक खिले रहते है इसीलिए ये ज्यादा प्रसिद्ध है।
सदाबहार पौधे किसी भी बग़ीचे का श्रृंगार है। यहाँ हम आपको पाँच ऐसे पौधे बता रहे है जो साल के ज्यादातर समय तक खिले रहते है इसीलिए ये ज्यादा प्रसिद्ध है।
पूरे चाँद की रौशनी से खिली हुई काली रात, जिसमें आप अपने बग़ीचे में बैठे हुए हो व् टिमटिमाते तारो को गिन रहे हो तभी ठंडी हवा का झोंका आपके गालों को चूमते हुए जाये, क्या सुखदायी अनुभव है
झाड़ियों व् लताओं का संसार अपने भीतर विशाल रंग रूप व् आकार को लिए हुए है।
प्रजापति महर्षि कश्यप की कई पत्नियां थीं| उनमें से एक नाम दनु था| दनु की संतान दानव कहलाई| उसी दनु के बड़े पुत्र का नाम दंभ था|
प्राचीन काल में रत्नभद्र नाम से प्रसिद्ध एक धर्मात्मा यक्ष गंधमादन पर्वत पर रहता था| उनके पूर्णभद्र नामक एक पुत्र उत्पन्न हुआ|
एक बार इंद्र सहित देवताओं ने भगवान शिव की परीक्षा करनी चाही| वह देवों के गुरु वृहस्पति के साथ कैलाश पर्वत पर पहुंचे|
एक श्रेष्ठ पुत्र की प्राप्ति हेतु भगवान शिव से आज्ञा लेकर पार्वती ने एक वर्ष तक चलने वाले पुण्यक व्रत का समापन किया|
पूर्वकाल में नर्मदा नदी के तट पर नर्मपुर नामक एक नगर था| वहां विश्वानर नामक एक मुनि रहते थे| वे परम शिव भक्त व जितेंद्रिय थे|
विवाह संपन्न होने के बाद शिव अपनी नवविवाहिता पत्नी पार्वती को साथ लेकर कैलाश पर्वत लौट आए| वहां नंदी ने पहले से ही तैयार कर रखी थी|
विवाह संपन्न होने के बाद शिव अपनी नवविवाहिता पत्नी पार्वती को साथ लेकर कैलाश पर्वत लौट आए| वहां नंदी ने पहले से ही तैयार कर रखी थी|