समृद्धि का रहस्य
अमेरिका ने दूसरे विश्व-महायुद्ध में जापान के विरुद्ध अनुबम का प्रयोग किया| 1945 की गर्मियों में जापान खंडहरों का देश बन गया| लाखों आदमी मारे गए थे, जो बच गए थे उनके माँस के लौथड़े रह गए थे|
अमेरिका ने दूसरे विश्व-महायुद्ध में जापान के विरुद्ध अनुबम का प्रयोग किया| 1945 की गर्मियों में जापान खंडहरों का देश बन गया| लाखों आदमी मारे गए थे, जो बच गए थे उनके माँस के लौथड़े रह गए थे|
केशव और राघव दो पड़ोसी थे| उनके मकान के सामने ही एक आम का पेड़ था| उन दोनों के बीच पेड़ के मालिकाना हक को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया| बात काफी आगे बढ़ गई और न्याय के लिए दोनों बादशाह अकबर के पास पहुंचे|
1 [जनम]
यत तत तदा महाब्रह्मँल लॊमशॊ वाक्यम अब्रवीत
इन्द्रस्य वचनाद एत्य पाण्डुपुत्रं युधिष्ठिरम
1 And Jehovah said unto Moses, See, I have made thee as God to Pharaoh; and Aaron thy brother shall be thy prophet.
बनवारी रे
जीने का सहारा तेरा नाम रे
मुझे दुनिया वालों से क्या काम रे
Vaisampayana said, ‘Having heard these words of Nara and Narayana, theRishi Narada became filled with devotion towards the Supreme Being.
1 [दरॊण]
मन्त्राय समुपानीतैर धृतराष्ट्र हितैर नृप
धर्म्यं पथ्यं यशस्यं च वाच्यम इत्य अनुशुश्रुमः
जले रक्षतु वाराहः स्थले रक्षतु वामनः ।
अटव्यां नारसिंहश्च सर्वतः पातु केशवः ।।
1 [वैषम्पायन]
अव्याहरति कौन्तेये धर्मराजे युधिष्ठिरे
भरातॄणां बरुवतां तांस तान विविधान वेद निश्चयान