चार सवाल
एक बार एक राजा ने अपने मंत्री से कहा, ‘मुझे इन चार प्रश्नों के जवाब दो। जो यहां हो वहां नहीं, दूसरा- वहां हो यहां नहीं, तीसरा- जो यहां भी नहीं हो और वहां भी न हो, चौथा- जो यहां भी हो और वहां भी।’
एक बार एक राजा ने अपने मंत्री से कहा, ‘मुझे इन चार प्रश्नों के जवाब दो। जो यहां हो वहां नहीं, दूसरा- वहां हो यहां नहीं, तीसरा- जो यहां भी नहीं हो और वहां भी न हो, चौथा- जो यहां भी हो और वहां भी।’
“Karna said,–‘We have never heard of such an act (as this one ofDraupadi), performed by any of the women noted in this world for theirbeauty.
चित्रकूट सब दिन बसत प्रभु सिय लखन समेत|
राम नाम जप जापकहि तुलसी अभिमत देत||
ऐ मेरे ग़रीब नवाज़ झोलियाँ भरो सब की
शिरडी के साँई महाराज 2 झोलियाँ भरो सब की
“Dhritarashtra said, ‘It seems that Arjuna slew all of you at his will.Indeed, the Destroyer himself could not escape him in battle, if Arjunatook up arms against Him.
त्याग-तपस्या का हमारे देश में सदा आदर-सम्मान रहा है| साथ ही त्यागी-तपस्वी भी ऐसे रहे हैं जो घोर दरिद्रता में रहे, परंतु कभी किसी के सामने उन्होंने हाथ नहीं पसारा|
1 [व]
दीक्षा काले तु संप्राप्ते ततस ते सुमहर्त्विजः
विधिवद दीक्षयाम आसुर अश्वमेधाय पार्थिवम