Home2011July (Page 21)

“Saunaka said, ‘O son of Suta, thou hast told us the reason why thesnakes were cursed by their mother, and why Vinata also was cursed by herson. Thou hast also told us about the bestowal of boons, by theirhusband, on Kadru and Vinata. Thou hast likewise told us the names ofVinata’s sons. But thou hast not yet recited to us the names of thesnakes. We are anxious to hear the names of the principal ones.’

पहले मैं दमशिक नगर में हकीमी किया करता था| अपनी चिकित्सा के कारण वहाँ मेरी बड़ी प्रतिष्ठा हो गई थी| एक दिन वहाँ के हकीम ने मुझसे कहा, “फलां मकान में एक रोगी है, वह वहाँ आ नही सकता| उसको वही जाकर देखो|”

एक डाकू था| वह जंगल में छिपा रहता था और उधर से जो भी निकलता था, उसको लूटकर अपनी गुजर-बसर करता था| एक दिन नारद उधर से निकले| डाकू उन पर हमला करने को आया| नारद ने उसे देखकर अपनी वीणा पर गाना आरंभ कर दिया| डाकू चकित होकर आगे बढ़ा|

मनवा मेरा कब से प्यासा, दर्शन दे दो राम,
तेरे चरणों में हैं बसते जग के सारे धाम…………..
जय-जय राम सीताराम,  जय-जय राम सीताराम………२