Chapter 207
“Markandeya continued, ‘The pious fowler, O Yudhishthira, then said tothat Brahmana, ‘Undoubtedly my deeds are very cruel, but, O Brahmana,Destiny is all-powerful and it is difficult to evade the consequence ofour past actions.
“Markandeya continued, ‘The pious fowler, O Yudhishthira, then said tothat Brahmana, ‘Undoubtedly my deeds are very cruel, but, O Brahmana,Destiny is all-powerful and it is difficult to evade the consequence ofour past actions.
धान के बीज को चावल कहते हैं। चावल बहुत फायदेमंद चीज है बशर्ते की आप उसे अगर खेतों से सीधे खरीद लें मतलब राईस मिल में जाने से पहले ही खरीद ले क्योंकि राईस मिल में चावल को पॉलिश करने के चक्कर में चावल के बहुत से गुणों का नाश हो जाता है !
यह घटना उस समय की है जब इटली अपने एक पड़ोसी देश के साथ युद्ध लड़ रहा था। एक युवक एक पहाड़ी की चोटी पर बैठा हुआ दूरबीन से युद्ध का दृश्य देख रहा था। युद्ध में कुछ सैनिक मर चुके थे और कुछ अपने जीवन की अंतिम घड़ियां गिन रहे थे।
टमाटर को जिस रूप में भी प्रयोग किया जाए, स्वादिष्ट ही लगता है| यह कच्चा रहने पर हरा और पका होने पर लाल सुर्ख हो जाता है| इसके उपयोग से पाचन-क्रिया प्रदीप्त हो जाती है| रक्त का निर्माण करने में तथा जिगर को मजबूत बनाने में यह हितकर है| शरीर के अनेक रोगों में इसका उपयोग किया जाता है|
शीतला माता एक प्रसिद्ध हिन्दू देवी हैं। इनका प्राचीनकाल से ही बहुत अधिक माहात्म्य रहा है। ये हाथों में कलश, सूप, मार्जन (झाडू) तथा नीम के पत्ते धारण करती हैं। इन्हें चेचक आदि कई रोगों की देवी बताया गया है। आइये पढ़ें शीतला माता की चालीसा।
हम हमार आचार बड़ भूरि भार धरि सीस|
हठि सठ परबस परत जिमि कीर कोस कृमि कीस||