Home2011March (Page 32)

“Dhritarashtra said, ‘My heart, O Sanjaya, is agitated with differentemotions, viz., shame and gratification, upon hearing that Subhadra’s sonsingly held in cheek the whole army of my son. O son of Gavalgana, ten meeverything once more in detail about the encounter of youthful Abhimanyu,which seems to have been pretty like Skanda’s encounter with the Asurahost.’

अमेरिका ने दूसरे विश्व-महायुद्ध में जापान के विरुद्ध अनुबम का प्रयोग किया| 1945 की गर्मियों में जापान खंडहरों का देश बन गया| लाखों आदमी मारे गए थे, जो बच गए थे उनके माँस के लौथड़े रह गए थे|

केशव और राघव दो पड़ोसी थे| उनके मकान के सामने ही एक आम का पेड़ था| उन दोनों के बीच पेड़ के मालिकाना हक को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया| बात काफी आगे बढ़ गई और न्याय के लिए दोनों बादशाह अकबर के पास पहुंचे|