कोलिका व्रत – Kolika Vrat
यह व्रत आषाढ़ मास की पूर्णिमा को रखा जाता है|
कभी राम बनके कभी श्याम बनके चले आना प्रभुजी चले आना….
Janamejaya said, “O holy one, it behoveth thee to tell me thesignificance of those diverse names uttering which the great Rishi Vyasawith his disciples hymned the praises of the illustrious slayer of Madhu.
1 [वै]
तस्मै दित्सति कन्यां तु बराह्मणाय महात्मने
कॊप आसीन महीपानाम आलॊक्यान्यॊन्यम अन्तिकात
कदी मोड़ मुहारां ढोलिआ,
तेरीआं वाटां तों सिर धोलिआ| टेक|