Chapter 219
“Vaisampayana said, ‘Varga continued, ‘We were then, O foremost one ofBharata’s race, deeply distressed at this curse. We sought to propitiatethat Brahmana of ascetic wealth that departed not from his vow.
“Vaisampayana said, ‘Varga continued, ‘We were then, O foremost one ofBharata’s race, deeply distressed at this curse. We sought to propitiatethat Brahmana of ascetic wealth that departed not from his vow.
सर्व सुख, रक्त विकार, राज्य सम्मान तथा पुत्र की प्राप्ति के लिए मंगलवार का वर्त उतम है|
“Maheswara said, ‘Searching your memories, excellent are the duties yeall have recited. Listen all of you now to me as I declare some mysteriesrelating to religion and duty.
गणेश जी विघ्न विनाशक व शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं। अगर कोई सच्चे मन से गणोश जी की वंदना करता है, तो गौरी नंदन तुरंत प्रसन्न होकर उसे आशीर्वाद प्रदान करते हैं। वैसे भी गणेश जी जिस स्थान पर निवास करते हैं, उनकी दोनों पत्नियां ऋद्धि तथा सिद्धि भी उनके साथ रहती हैं उनके दोनों पुत्र शुभ व लाभ का आगमन भी गणेश जी के साथ ही होता है। कभी-कभी तो भक्त भगवान को असमंजस में डाल देते हैं। पूजा-पाठ व भक्ति का जो वरदान मांगते हैं, वह निराला होता है।
1 [स]
सात्यकिं दंशितं युद्धे भीष्मायाभ्युद्यतं तदा
आर्श्यशृङ्गिर महेष्वासॊ वारयाम आस संयुगे
एक दिन बादशाह अकबर ने बीरबल से पूछा – “बीरबल, इस दुनिया में सबसे प्यारा क्या है?”
1 [वै]
दारुकॊ ऽपि कुरून गत्वा दृष्ट्वा पार्थान महारथान
आचष्ट मौसाले वृष्णीन अन्यॊन्येनॊपसंहृतान
पत्तियां लिखां मैं शाम नूं मैनूं पिया नज़र न आवे|
आंगन बना डरावना कित विधि रैण विहारे|