अन्न का असर
एक संत किसी गांव में पहुंचे। गांव के लोगों के आग्रह पर वह वहीं एक कुटिया बनाकर रहने लगे। उनका खाना जमींदार के घर से आता था। एक दिन जमींदार की पत्नी ने उन्हें अपने घर ठहरने को कहा।
एक संत किसी गांव में पहुंचे। गांव के लोगों के आग्रह पर वह वहीं एक कुटिया बनाकर रहने लगे। उनका खाना जमींदार के घर से आता था। एक दिन जमींदार की पत्नी ने उन्हें अपने घर ठहरने को कहा।
एक औरत थी डल्ला |वह बहुत बड़ी ठग थी | अपनी चालाकी से लोगों को ठगना उसके लिए बाएं हाथ का खेल था | वह चुटकियों में लोगों को बेवकूफ बना देती थी |
ब्राम्हण के वेश में विश्वामित्र राजा हरिश्चंद्र को लेकर अपने आश्रम पर पहुंच| वंहा वास्तव में एक विवाह का आयोजन किया जा रहा था| वेदी के पास दूल्हा-दुल्हन और आश्रमवासी विवाह संपन्न कराने की तैयारी कर रहे थे|
एक बार यूनान के थ्रेस प्रांत में एक निर्धन बालक लकड़ियां बेच रहा था। उसने जंगल से लकड़ियां काटी थीं और उन्हें गट्ठरों में बांधकर बाजार में लाया था।
चिंग किंग नाम का एक लड़का शिकोकू नामक कस्बे में रहता था | शिकोकू में चारों ओर हरियाली ही हरियाली थी | ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों के बीच बसा था शिकोकू कस्बा |
एक समय की बात है| एक छोटा-सा बालक अपनी अकेली विधवा माँ को छोड़कर कोई रोजगार-धंधा करने के लिए विदेश जा रहा था|
कुछ पल बाद राजा ने ब्राम्हण की ओर देखा और कहा, “विप्रवर! आपकी जो भी अभिलाषा हो निस्संकोच मुझसे मांग लें| मैं अपने वचन से पीछे नहीं हटूंगा|”
एक बार संत राबिया एक धार्मिक पुस्तक पढ़ रही थीं। पुस्तक में एक जगह लिखा था, शैतान से घृणा करो, प्रेम नहीं। राबिया ने वह लाइन काट दी। कुछ दिन बाद उससे मिलने एक संत आए। वह उस पुस्तक को पढ़ने लगे। उन्होंने कटा हुआ वाक्य देख कर सोचा कि किसी नासमझ ने उसे काटा होगा। उसे धर्म का ज्ञान नहीं होगा। उन्होंने राबिया को वह पंक्ति दिखा कर कहा, जिसने यह पंक्ति काटी है वह जरूर नास्तिक होगा।
स्वामी दयानंद के जीवन की एक सत्य-कथा है| स्वामी जी के उपदेशों की चर्चा सुनकर एक प्रतिष्ठित मुसलमान भी उनके पास गया, परंतु उसका मुख हमेशा उदास रहता था| एक दिन स्वामी जी ने कारण पूछा| उसने उत्तर दिया कि मेरे कई बच्चे हुए हैं, परंतु जीता कोई नहीं, इसलिए मन सदा उदास रहता है|
लंका का राजा रावण भिक्षुक के भेष में आकर सीताजी का हरण कर ले गया था| श्रीराम अपने भाई लक्ष्मण के साथ सीताजी की खोज में जटायु के पास गए|