जग मे सुंदर हैं दो नाम चाहे कृष्ण कहो या राम
जग मे सुंदर हैं दो नाम चाहे कृष्ण कहो या राम (३)
बोलो राम राम राम, बोलो शाम शाम श्याम (३)
जग मे सुंदर हैं दो नाम चाहे कृष्ण कहो या राम (३)
बोलो राम राम राम, बोलो शाम शाम श्याम (३)
कभी राम बनके कभी श्याम बनके चले आना प्रभुजी चले आना….
किसी का राम किसी का श्याम किसी का गोपाला – 2
जाकि जैसी भक्ति बाबा – 2 वैसा ही रंग डाला
मेरे मन मन्दिर मे राम बिराजे। ऐसी जुगति करो हे स्वामी ॥ अधिष्ठान मेरा मन होवे। जिसमे राम नाम छवि सोहे । आँख मूंदते दर्शन होवे ऐसी जुगति करो हे स्वामी ॥ मेरे मन
राम रस मीठा रे, कोइ पीवै साधु सुजाण ।
सदा रस पीवै प्रेमसूँ सो अबिनासी प्राण ॥टेक॥
मनवा मेरा कब से प्यासा, दर्शन दे दो राम,
तेरे चरणों में हैं बसते जग के सारे धाम…………..
जय-जय राम सीताराम, जय-जय राम सीताराम………२