HomePosts Tagged "खाद्य पदार्थों के स्वास्थ्य लाभ" (Page 2)

कपूर उड़नशील वानस्पतिक द्रव्य है। यह सफेद रंग का मोम की तरह का पदार्थ है। कपूर का इस्तेमाल खास तौर से हवन पूजन और कई ब्यूटी उत्पादों में खुशबू के साथ ही ठंडाई के लिए किया जाता है। कपूर को संस्कृत में कर्पूर, फारसी में काफ़ूर और अंग्रेजी में कैंफ़र कहते हैं।

अंजीर एक ऐसा फल है जो न सिर्फ आपके वज़न को घटाने में मदद करता है बल्कि दिल को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है। अंजीर एक ऐसा फल है जो न सिर्फ आपके वज़न को घटाने में मदद करता है बल्कि दिल को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है।

माजूफल, मायाफल, मज्जफल, माईफल, माजुफल, गाल्स व ओक गाल्स एक पेड़ से प्राप्त होने वाला पदार्थ `है| कुदरत ने अपने नायाब ख़ज़ाने में से हमको ढेरो ऐसी सौगाते दी हैं जो के अमृत से कम नहीं नहीं। मगर हम पहचान नहीं पाते एक अनोखा सा फल है माजूफल – इसको अंग्रेजी में Gall-nut कहते हैं|

यह गोल आकार का और थोड़े कसैले स्वाद का फल है| इसका छिलका तरबूज के छिलके की भांति थोड़ा सख्त होता है, तथा भीतर खरबूजे की भांति गूदा भरा होता है|

पौष्टिक एवं विटामिन प्रधान खाद्य-पदार्थों में काजू सर्वश्रेष्ठ है| यह स्निग्ध है, मधुर है, ग्राही है व धातु परिवर्तक है, मूत्रल है; हृदय एवं नाड़ी-दौर्बल्यनाशक है तथा स्मृति को उजागर करता है| प्रात: खाली पेट काजू खाकर, ऊपर से शहद का प्रयोग अतिशीघ्र स्मृति-विकास करता है| इसके प्रयोग से छूत का रोग सहज ही दूर हो जाता है| इसे मुनक्का के साथ खाने से कोष्ठबद्धता दूर होती है|

नारंगी एक फल है। नारंगी को हाथ से छीलने के बाद पेशीयोँ को अलग कर के चूसकर खाया जा सकता है। नारंगी का रस निकालकर पीया जा सकता है। और शरीर को भरपूर शक्ति मिलती है। इसके सेवन से न केवल पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है बल्कि बॉडी में उत्साह और स्फूर्ति का संचार होता है। 

यह अत्यन्त स्वास्थ्यवर्द्धक है, विशेष रूप से हरी मटर अधिक लाभकारी होती है, किन्तु यह पचती देर से है| सूखी मटर अपेक्षाकृत कम लाभदायक होती है|

गाजर सारे भारत में पैदा होती है| यह खाद्य तथा औषधीय गुणों की दृष्टि से बहुत उपयोगी है| कच्ची खाने से लेकर साग-सब्जी, अचार, मुरब्बा, हलवा, औषधि आदि बहुत से रूपों में गाजर का उपयोग होता है|

औषधि के रूप में इसका भी प्रयोग किया जाता है| खांसी व हृदय रोग में यह लाभ पहुंचाती है| स्वभाव से यह भारी है, किन्तु सेवन करने पर स्वादिष्ट लगती है| अरबी की सब्जी बनाकर खाएं| इसकी सब्जी में गर्म मसाला, दालचीनी और लौंग डालें| जिनके गैस बनती हो, गठिया और खांसी हो, उनके लिए अरबी हानिकारक है|

यह भारतीय नारी के हाथ-पैरों के श्रृंगार के प्रतीक के रूप में ही नहीं, बल्कि शरीर के स्वास्थ्य के रूप में भी विख्यात है| साथ ही यह नारी के सौभाग्य का चिह्न भी है, निरोगता का साधन भी है| इसके पत्ते वमन कारक, कफ निस्सारक, शरीर की दाह को शांत करने वाले एवं कुष्ठ में लाभप्रद हैं| इस के फूल उत्तेजक, हृदय तथा मज्जा-तंतुओं को बलशाली बनाते हैं| बीज मलारोधक, ज्वरनाशक और उन्माद में लाभ पहुंचाने वाले होते हैं| यह शीतवीर्य है|