06. भीष्मपर्व Share 0 अध्याय 12 1 [धृ] जम्बू खण्डस तवया परॊक्तॊ यथावद इह संजय विष्कम्भम अस्य परब्रूहि परिमाणं च तत्त्वतः Continue reading POST TAGS: भीष्मपर्वमहाभारत संस्कृत
06. भीष्मपर्व Share 0 अध्याय 18 1 [स] ततॊ मुहूर्तात तुमुलः शब्दॊ हृदयकम्पनः अश्रूयत महाराज यॊधानां परयुयुत्सताम Continue reading POST TAGS: भीष्मपर्वमहाभारत संस्कृत
06. भीष्मपर्व Share 0 अध्याय 41 1 संजय उवाच ततॊ धनंजयं दृष्ट्वा बाणगाण्डीवधारिणम पुनर एव महानादं वयसृजन्त महारथाः Continue reading POST TAGS: भीष्मपर्वमहाभारत संस्कृत
06. भीष्मपर्व Share 0 अध्याय 44 1 [स] राजञ शतसहस्राणि तत्र तत्र तदा तदा निर्मर्यादं परयुद्धानि तत ते वक्ष्यामि भारत Continue reading POST TAGS: भीष्मपर्वमहाभारत संस्कृत
06. भीष्मपर्व Share 0 अध्याय 45 1 [स] गतपूर्वाह्णभूयिष्ठे तस्मिन्न अहनि दारुणे वर्तमाने महारौद्रे महावीर वरक्षये Continue reading POST TAGS: भीष्मपर्वमहाभारत संस्कृत
06. भीष्मपर्व Share 0 अध्याय 46 1 [स] कृते ऽवहारे सैन्यानां परथमे भरतर्षभ भीष्मे च युधि संरब्धे हृष्टे दुर्यॊधने तथा Continue reading POST TAGS: भीष्मपर्वमहाभारत संस्कृत
06. भीष्मपर्व Share 0 अध्याय 47 1 [स] करौञ्चं ततॊ महाव्यूहम अभेद्यं तनयस तव वयूढं दृष्ट्वा महाघॊरं पार्थेनामित तेजसा Continue reading POST TAGS: भीष्मपर्वमहाभारत संस्कृत
06. भीष्मपर्व Share 0 अध्याय 48 1 [धृ] एवं वयूढेष्व अनीकेषु मामकेष्व इतरेषु च कथं परहरतां शरेष्ठाः संप्रहारं परचक्रिरे Continue reading POST TAGS: भीष्मपर्वमहाभारत संस्कृत
06. भीष्मपर्व Share 0 अध्याय 49 1 [धृ] कथं दरॊणॊ महेष्वासः पाञ्चाल्यश चापि पार्षतः रणे समीयतुर यत्तौ तन ममाचक्ष्व संजय Continue reading POST TAGS: भीष्मपर्वमहाभारत संस्कृत
06. भीष्मपर्व Share 0 अध्याय 50 1 [धृ] तथा परतिसमादिष्टः कलिङ्गॊ वाहिनीपतिः कथम अद्भुतकर्माणं भीमसेनं महाबलम Continue reading POST TAGS: भीष्मपर्वमहाभारत संस्कृत