Homeआरती संग्रहश्री चिन्तपूर्णी देवी जी की आरती – Shri Chintpurni Devi Ji Ki Aarti

श्री चिन्तपूर्णी देवी जी की आरती – Shri Chintpurni Devi Ji Ki Aarti

श्री चिन्तपूर्णी देवी जी की आरती - Shri Chintpurni Devi Ji Ki Aarti

माता चिन्तपुरनी हिमाचल मे स्थित प्रमुख धार्मिक स्थलों मे से एक है|

देवताओं के ऊपर असुरों द्वारा काफी अत्याचार किया गया। । देवताओं ने इस विषय पर आपस में विचार किया और इस कष्‍ट के निवारण के लिए वह भगवान विष्णु के पास गये। भगवान विष्णु ने उन्हें देवी की आराधना करने को कहा। तब‍ देवताओं ने उनसे पूछा कि वो कौन देवी हैं जो हमारे कष्टो का निवारण करेंगी। इसी योजना के फलस्वरूप त्रिदेवो ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों के अंदर से एक दिव्य प्रकाश प्रकट हुआ| देवी ने प्रसन्न होकर देवताओं को वरदान दे दिया और कहा मैं तुम्हारी रक्षा अवश्य करूंगी।

“श्री चिन्तपूर्णी देवी आरती” सुनने के लिए Play Button क्लिक करें | Audio Shri Chintpurni Devi Aarti

श्री चिन्तपूर्णी देवी जी की आरती इस प्रकार है:

चिन्तपूर्णी चिन्ता दूर करनी,
जन को तारो भोली माँ |

काली दा पुत्र पवन दा घोडा,
सिंह पर भई असवार, भोली माँ || १ ||

एक हाथ खड़ग दूजे में खांडा,
तीजे त्रिशूलसम्भालो, भोली माँ || २ ||

चौथे हथ चक्कर गदा पांचवे,
छठे मुण्डों दी माल भोली माँ || ३ ||

सातवें से रुण्ड-मुण्ड बिदारे,
आठवें से असुर संहारे, भोली माँ || ४ ||

चम्पे का बाग लगा अति सुन्दर,
बैठी दीवान लगाय, भोली माँ || ५ ||

हरि हर ब्रह्मा तेरे भवन विराजे,
लाल चंदोया बैठी तान, भोली माँ || ६ ||

औखी घाटी विकटा पैंडा,
तले बहे दरिया, भोली माँ || ७ ||

सुमर चरन ध्यानू जस गावे,
भक्तां दी पज निभाओ, भोली माँ || ८ ||

Spiritual & Religious Store – Buy Online

Click the button below to view and buy over 700,000 exciting ‘Spiritual & Religious’ products

700,000+ Products