जो बोया सो काटा
बडे महाराज जी ने एक बार बताया कि लड़ाई के समय उनके साथ एक सेना-अधिकारी था जिसने जानवरों के राशन में से क़रीब एक लाख रुपया चुरा लिया था| जब उसकी मौत आयी तो चिल्लाने लगा कि यह गाय सींग मारती है, वह बैल सींग मारता है|
इसी तरह एक और आदमी का ज़िक्र है| वह पुलिस में इन्सपेक्टर था| जब मौत आयी तो अपनी पत्नी से बोला, “देख, यमदूत मेरे हाथ जला रहे हैं|”
हम जो-जो कर्म करते हैं, हमें ख़ुद ही भुगतने पड़ते हैं, इनसे कोई बचाव नहीं|
धोखे में मत रहो; परमात्मा को हँसी में नहीं उड़ाया जा सकता,
क्योंकि मनुष्य जो बोयेगा, वही वह काटेगा भी|
(गैलेशियन्ज़)