सुख प्राप्ति के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
सुपारी मोहन के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते ।
अनुकम्पय मां देवी गृहाणार्घ्यं दिवाकर ।।
कनकवर्णमहातेजं रत्नमालाविभूषितम् ।
प्रातः काले रवि दर्शनं सर्व पाप विमोचनम् ।।
सूर्य देव का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
सूर्य देव का सिद्धिदायक मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
सूर्य देव की स्तुति व विधि इस प्रकार है|
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः |
स्त्रियों के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
स्त्री आकर्षण के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
स्त्री कष्ट निवारण के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
गंगे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति ।
नर्मदे सिन्धु कावेरि जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु ।।
स्मरण शक्ति के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
स्मरण शक्ति बढ़ाने का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
स्वर्णाकर्षण भैरव मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
स्वास्थ्य प्राप्ति के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
अच्युतानन्द गोविन्द
नामोच्चारण भेषजात ।
हदय गणेश देव का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
हनुमान अष्टदशाक्षर मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
श्रीहनुमान् जी विद्या, बुद्धि, ज्ञान तथा पराक्रमीकी मूर्ति हैं| जबतक पृथ्वीपर श्रीरामकथा रहेगी, तबतक श्रीहनुमान् जीको इस धरा-धामपर रहनेका श्रीरामसे वरदान प्राप्त है| आज भी ये समय-समयपर श्रीरामभक्तोंको दर्शन देकर उन्हें कृतार्थ किया करते हैं
हनुमान सिद्ध करने का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
हिचकी के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
हिंसक जीव-जन्तुओं से रक्षा का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|