श्री श्रीसीताराम जी की आरती – Shri Shrisitaram ji ki Aarati
श्री श्रीसीताराम जी की आरती
श्री श्रीसीताराम जी की आरती इस प्रकार है:
जुगल छबिकी आरती करूँ नीकी|
गौर बरन श्रीजनक ललीकी,
स्याम बरन सिय पीकी|
मुकुट चंद्रिका में द्युति राजै,
अगनित सूर्य ससीकी|
सुन्दर अंग अंग में छबि है,
कोटिन काम रतीकी|
जुगल रूप में सबही पटतर,
उपमा हो गई फीकी|
रामेश्वर लखि ललित जुगल,
छबि हुलसत हिय सबकी की|
Spiritual & Religious Store – Buy Online
Click the button below to view and buy over 700,000 exciting ‘Spiritual & Religious’ products
700,000+ Products