Homeशिक्षाप्रद कथाएँहुजूर का सेवक (बादशाह अकबर और बीरबल)

हुजूर का सेवक (बादशाह अकबर और बीरबल)

बादशाह अकबर एक बार खाना खाते समय बैंगन की सब्जी की बहुत तारीफ करने लगे| बीरबल ने भी बादशाह अकबर के सुर में सुर मिलाकर बैंगन की सब्जी को अच्छा बता दिया|

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अगले दिन अकबर को न जाने क्या हुआ उन्होंने बैंगन की कमियां निकालनी शुरू कर दीं, बीरबल ने भी बैंगन को बुरी सब्जी बता दिया|

बादशाह अकबर को बहुत अचरज हुआ| उन्होंने बीरबल से पूछा – “बीरबल कल तो तुम बैंगन की तारीफ कर रहे थे और आज इसे बुरा बता रहे हो, ऐसा क्यों?”

“मैं तो हुजूर का सेवक हूं, बैंगन का नहीं, जो आप कहेंगे वही तो कहूंगा|” बीरबल ने जवाब दिया|

बीरबल की चतुराई पर बादशाह अकबर मंद-मंद मुस्करा दिए|

दो घड़ी